केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा आयोजित वर्ल्ड फूड इंडिया 2003 का दूसरा संस्करण 3-5 नवंबर 2023 तक नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। दुनिया को समृद्ध भारतीय खाद्य संस्कृति से परिचित कराने और देश के विविध खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय द्वारा तीन दिवसीय (3-5 नवंबर) विश्व खाद्य भारत 2003 का आयोजन किया जाएगा।
प्रथम विश्व खाद्य भारत का आयोजन 2017 में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा किया गया था।
द्वितीय विश्व खाद्य भारत 2023 का थीम (विषय) और शुभंकर
द्वितीय विश्व खाद्य भारत 2023 का विषय 'समृद्धि के लिए प्रसंस्करण' था।
दूसरे वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 का शुभंकर मिलइंड (MillInd) था। यह दो शब्दों; मिल और इंड से मिलकर बना है।
मिल का मतलब मिललेट या बाजरा है और इंड का मतलब मेजबान देश इंडिया या भारत है जिसमें विश्व की खाद्य टोकरी बनने की क्षमता है।
संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को 'अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष' घोषित किया है।
भारत दुनिया में बाजरा का सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाजरा का नाम बदलकर श्री अन्ना कर दिया है।
वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 के लिए नीदरलैंड भागीदार देश होगा, जबकि जापान और वियतनाम केंद्रित देश (फोकस देश )होंगे। इस आयोजन में लगभग 16 देश, 23 राज्य सरकारें, 11 केंद्रीय मंत्रालय और केंद्रीय निकाय भाग लेंगे।
वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 की परिकल्पना भारत को विश्व की खाद्य टोकरी के रूप में प्रदर्शित करने और खाद्य प्रसंस्करण, प्रौद्योगिकी और उपकरण, विनिर्माण, आपूर्ति श्रृंखला, रसद, कोल्ड चेन और खाद्य खुदरा क्षेत्र में निवेश और सहयोग के अवसरों का पता लगाने के लिए की गई थी।
भारत दुनिया के सबसे बड़े खाद्य उत्पादों के उत्पादकों और उपभोक्ताओं में से एक है।
भारत दुनिया में दूध, आम पपीता, अमरूद, अदरक, भिंडी और भैंस के मांस का सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
भारत चावल, आलू, लहसुन और काजू का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
इस प्रदर्शनी में सम्मेलन आदि ,कई कार्यक्रम आयोजित किए गए जिनमें भारत और विदेशों से प्रतिनिधियों की भागीदारी देखी गई।
इस प्रदर्शनी ने वैश्विक खाद्य पारिस्थितिकी तंत्र से निवेशकों, निर्माताओं, उत्पादकों, खाद्य प्रोसेसरों, नीति निर्माताओं और संगठनों को एक साथ एक मंच पर लाने का प्रयास किया ।
जो देश भोजन का प्रमुख उत्पादक और निर्यातक होता है उसे आम तौर पर विश्व की खाद्य टोकरी कहा जाता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका को दुनिया की खाद्य टोकरी माना जाता है क्योंकि यह दुनिया में गेहूं, मक्का का प्रमुख आपूर्तिकर्ता है।
यूक्रेन, जिसे यूरोप की खाद्य टोकरी कहा जाता था, अब दुनिया की खाद्य टोकरी माना जाता है।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री: पशु पति कुमार पारस