भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, 1984 में राकेश शर्मा की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बन जाएंगे। भारतीय वायु सेना (आईएएफ़) के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ,एक्सिओम- 4 मिशन का हिस्सा होंगे, जिसे 29 मई 2025 को निजी अमेरिकी कंपनी एक्सिओम स्पेस इंक द्वारा प्रक्षेपित किया जाएगा। आगामी एक्सिओम 4 मिशन का शेड्यूल कंपनी द्वारा 29 अप्रैल 2025 को घोषित किया गया था। अगर यह मिशन सफल रहा तो सुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय भी होंगे।
एक्सियन 4 मिशन के चालक दल
अमरीका के नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के अनुसार, सुभांशु शुक्ला 4 सदस्यीय एक्सियन मिशन 4 का संचालन करेंगे।
- मिशन के अन्य चालक दल के सदस्य हैं पैगी व्हिटसन, जो नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री हैं और इस मिशन की कमांडर भीं हैं; स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीवस्क, जो पोलैंड के अंतरिक्ष यात्री हैं; और टिबोर कपू, जो हंगरी के अंतरिक्ष यात्री हैं।
- ये चारों अन्तरिक्ष यात्री, स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन कैप्सूल में सवार हो कर फाल्कन 9 रॉकेट के द्वारा अन्तरिक्ष में प्रक्षेपित किया जाएगा।
- रॉकेट को 29 मई, 2025 को संयुक्त राज्य अमेरिका के फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से प्रक्षेपित किया जाएगा।
- एलोन मस्क स्पेसएक्स कंपनी के मालिक हैं।
एक्सिओम मिशन 4 का महत्व
चालक दल पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए उड़ान भरेगा। वे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 14 दिन रहेंगे और विभिन्न वैज्ञानिक मिशनों का संचालन करेंगे।
- शुभांशु शुक्ला की यात्रा भारत के अपने गगनयान मिशन और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन की अग्रदूत है।
- गगनयान मिशन का उद्देश्य तीन भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को 3 दिवसीय मिशन के लिए अंतरिक्ष में भेजना और उन्हें भारतीय समुद्री जल में उतारकर सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है।
- अंतरिक्ष उड़ान संचालन, प्रक्षेपण प्रोटोकॉल, माइक्रोग्रैविटी अनुकूलन और आपातकालीन तैयारियों में सुभांशु का अनुभव भारतीय गगनयान और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक मूल्यवान इनपुट होगा।
एक्सिओम-4 मिशन की पृष्ठभूमि
जून 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संयुक्त राज्य अमेरिका की आधिकारिक यात्रा के दौरान, दोनों देशों ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक संयुक्त मिशन के लिए सहमति व्यक्त की थी।
- बाद में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और अमेरिकी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
- इसरो ने एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को प्रशिक्षित करने और अंतरिक्ष में भेजने तथा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के साथ डॉक करने के लिए एक्सिओम स्पेस कंपनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
- एक्सिओम कंपनी अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए नासा को मानव अंतरिक्ष उड़ान सेवाएं प्रदान करती है।
- भारत ने इस सेवा के लिए एक्सिओम स्पेस को लगभग 60 मिलियन डॉलर का भुगतान किया है।
- शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष में न जाने की स्थिति में ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर बैकअप अंतरिक्ष यात्री हैं।
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