प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 30 अक्टूबर 2023 को गुजरात के मेहसाणा में लगभग 5800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया और राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उद्घाटित इन परियोजनाओं में रेल, सड़क, पेयजल और सिंचाई जैसे अनेक क्षेत्र शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने इन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया और इन्हें राष्ट्र को समर्पित की:
प्रधानमंत्री ने इन परियोजनाओं की आधारशिला रखी:
- प्रधानमंत्री ने जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी उनमें प्रमुखतः इस प्रकार से है:
- खेरालु में विभिन्न विकास परियोजनाएं शामिल थीं;
- महीसागर जिले के संतरामपुर तालुका में सिंचाई सुविधाएं प्रदान करने की परियोजना; नरोदा-देहगाम-हरसोल-धनसुरा रोड, साबरकांठा का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण;
- गांधीनगर जिले में कलोल नगरपालिका सीवरेज और सेप्टेज प्रबंधन की परियोजना; और
- सिद्धपुर (पाटन), पालनपुर (बनासकांठा), बयाद (अरावली) और वडनगर (मेहसाणा) में सीवेज शोधन संयंत्रों की परियोजनाएं शामिल हैं।
इन परियोजनाओं से होने वाले लाभ:
- इन परियोजनाओं से कनेक्टिविटी में और सुधार होगा और क्षेत्र के किसानों को लाभ होगा। मेहसाणा, पाटन, बनासकांठा, साबरकांठा, महीसागर, अहमदाबाद और गांधीनगर के आसपास के जिलों को भी इन परियोजनाओं से सर्वाधिक लाभ होगा।
- प्रधानमंत्री ने सुजलाम-सुफलाम योजना पर प्रकाश डाला जिसमें गुजरात के विकास के लिए नर्मदा और माही नदियों के पानी का उपयोग किया जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अधिकतम लाभ सुनिश्चित करने के लिए साबरमती पर 6 बैराज बनाए जा रहे हैं। इनमें से एक बैराज का 30 अक्टूबर 2023 को उद्घाटन किया गया है।
- प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि इन सिंचाई परियोजनाओं के कारण उत्तर गुजरात में सिंचाई का दायरा 20-22 वर्षों में कई गुना बढ़ गया है।
- उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई सूक्ष्म सिंचाई की नई तकनीक उत्तर गुजरात के किसानों ने तुरंत अपनाई और संतोष व्यक्त किया कि बनासकांठा में 70 प्रतिशत क्षेत्र सिंचाई के लिए नई तकनीक का उपयोग कर रहे हैं।
- किसान अब सौंफ, जीरा और अन्य मसालों के साथ-साथ गेहूं, अरंडी, मूंगफली और चना जैसी कई फसलें भी उगा सकते हैं।
- देश का 90 प्रतिशत इसाबगोल गुजरात में संसाधित होता है:
- प्रधानमंत्री ने बताया कि देश का 90 प्रतिशत इसाबगोल गुजरात में संसाधित होता है जो इसे एक विशिष्ट पहचान देता है। उन्होंने बढ़ती कृषि उपज पर भी गौर दिया और आलू, गाजर, आम, आंवला, अनार, अमरूद और नींबू का उल्लेख किया।
- प्रधानमंत्री मोदी ने बनासकांठा में आलू प्रसंस्करण के लिए एक विशाल संयंत्र स्थापित करने का उल्लेख किया।
- प्रधानमंत्री मोदी ने मेहसाणा में बने एग्रो फूड पार्क का भी जिक्र किया और कहा कि बनासकांठा में भी ऐसा ही मेगा फूड पार्क बनाने का काम किया जा रहा है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार पशुओं के मुफ्त टीकाकरण के लिए एक बड़ा अभियान चला रही है जिस पर 15,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
- प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र के पशुपालकों से अपने पशुओं का टीकाकरण कराने का आग्रह किया। उन्होंने गोबरधन योजना के तहत अनेक संयंत्र लगाने का भी जिक्र किया जहाँ गाय के गोबर से बायोगैस और बायो सीएनजी बनाई जा रही है।
- उत्तर गुजरात में ऑटोमोबाइल उद्योग के विस्तार के बारे में, प्रधानमंत्री मोदी ने मंडल-बेचराजी ऑटोमोबाइल केन्द्र के विकास का उल्लेख किया, जिससे रोजगार के अवसर और लोगों की आय में वृद्धि हुई है।
- प्रधानमंत्री ने कहा, खाद्य प्रसंस्करण के अलावा, मेहसाणा में फार्मास्युटिकल्स उद्योग और इंजीनियरिंग उद्योग भी विकसित हुआ है। बनासकांठा और साबरकांठा जिलों में सिरेमिक से जुड़े उद्योग विकसित हुए हैं।
- प्रधानमंत्री मोदी ने 30 अक्टूबर 2023 को 5000 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे परियोजनाओं पर प्रकाश डालते हुए मेहसाणा और अहमदाबाद के बीच समर्पित माल ढुलाई रेल गलियारे का भी उल्लेख किया।
- इन रेलवे परियोजनाओं से पिपावाव, पोरबंदर और जामनगर जैसे प्रमुख बंदरगाहों के साथ उत्तरी गुजरात की कनेक्टिविटी और मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि इससे उत्तरी गुजरात में लॉजिस्टिक्स और भंडारण से संबंधित क्षेत्र भी मजबूत होगा।
- देश में हरित हाइड्रोजन और सौर ऊर्जा उत्पादन की चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री ने पाटन और फिर बनासकांठा में सौर पार्क का जिक्र किया और कहा कि मोढेरा एक ऐसा गाँव होने का दावा करता है जो 24 घंटे सौर ऊर्जा पर चलता है।
- प्रधानमंत्री ने गुजरात में पर्यटन की संभावनाओं पर प्रकाश डाला और विश्व प्रसिद्ध कच्छ रण उत्सव का उल्लेख किया। उन्होंने कच्छ के धोरडो गाँव का भी जिक्र किया जिसे हाल ही में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पर्यटक गाँव के रूप में मान्यता दी गई थी।
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