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भारत को खाद्य तेलों में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एनएमईओ-तिलहन योजना स्वीकृत

Utkarsh Classes Last Updated 04-10-2024
NMEO-Oilseeds approved to make India self-sufficient in Edible Oils Government Scheme 4 min read

भारत सरकार ने भारत को खाद्य तेलों में आत्मनिर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन-तिलहन (एनएमईओ-तिलहन) को मंजूरी दे दी है। भारत दुनिया में खाद्य तेलों का सबसे बड़ा आयातक देश है और अपनी लगभग 60-65 प्रतिशत आवश्यकताओं को आयात के माध्यम से पूरा करता है।

भारत दुनिया में खाद्य तेलों का सबसे बड़ा आयातक देश है। भारत अपना अधिकांश पाम तेल इंडोनेशिया और मलेशिया से प्राप्त करता है, जबकि अर्जेंटीना, ब्राजील, रूस और यूक्रेन सोया तेल और सूरजमुखी तेल के प्रमुख स्रोत हैं।

2022-23 में, भारत ने 16.5 मिलियन टन खाद्य तेलों का आयात किया जबकि घरेलू उत्पादन देश की कुल ज़रूरत का सिर्फ 40 से 45 प्रतिशत था।

खाद्य तेलों के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने और घरेलू तेल उत्पादकों की सुरक्षा के लिए भारत सरकार ने खाद्य तेलों पर 20% आयात शुल्क लगाया है।

एनएमईओ-तिलहन की अवधि और परिव्यय 

  • योजना की अवधि 2024-25 से 2030-31 तक सात वर्ष है। योजना का कुल परिव्यय 10,103 करोड़ रुपये है।
  • राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन - तिलहन (एनएमईओ-तिलहन) ,केंद्रीय कृषि और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा लागू किया जाएगा।

राष्ट्रीय खाद्य तेल-तिलहन मिशन (एनएमईओ-तिलहन)  का उद्देश्य

  • राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन - तिलहन (एनएमईओ-तिलहन ) पहले से चले आ रहे राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन - ऑयल पाम (एनएमईओ-ओपी) के साथ चालू रहेगा । एनईएमओ-ओपी को भारत सरकार द्वारा अगस्त 2021 में पाम तेलों की खेती का विस्तार करने और कच्चे पाम तेल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था।
  • एनईएमओ -तिलहन का उद्देश्य इस प्रकार है:
  • प्राथमिक तिलहन उत्पादन को 39 मिलियन टन (2022-23) से बढ़ाकर 2030-31 तक 69.7 मिलियन टन करना।
  • 2030-31 तक ,घरेलू आवश्यकता का लगभग 72% मांग को पूरा करने के लिए  घरेलू खाद्य तेल उत्पादन को 25.45 मिलियन टन तक बढ़ाना का लक्ष्य। यह लक्ष्य पहले से चले आ रहे एनएमईओ-ओपी के साथ हासिल किया जाएगा।
  • रेपसीड-सरसों, मूंगफली, सोयाबीन, सूरजमुखी और तिल जैसी प्राथमिक तिलहन फसलों का उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा ।
  • कपास के बीज, चावल की भूसी और वृक्ष जनित तेल जैसे द्वितीयक स्रोतों से तेल का संग्रह और निष्कर्षण बढ़ाना। 
  • गुणवत्तापूर्ण बीजों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करवाना और इस उद्देश्य के लिए मिशन 'बीज प्रमाणीकरण, पता लगाने की क्षमता और समग्र सूची (साथी)' पोर्टल के माध्यम से एक ऑनलाइन 5-वर्षीय रोलिंग बीज योजना शुरू करेगा।
  • सरकार बीज उत्पादन के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए 65 नए बीज केंद्र और 50 बीज भंडारण इकाइयां स्थापित करेगी।
  • 347 विशिष्ट जिलों  में 600 मूल्य श्रृंखला क्लस्टर विकसित किए जाएंगे, जो सालाना 10 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र को कवर करेंगे जहां किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराए जाएंगे।
  • चावल और आलू की परती भूमि को लक्षित करके और अंतरफसल और फसल विविधीकरण को बढ़ावा देकर चार मिलियन हेक्टेयर को तिलहन खेती के अंदर लाया जाने का लक्ष्य।

फुल फॉर्म

  • एनएमईओ/ NEMO:  नेशनल मिशन ऑन एडिबल ओइल्स (National Mission on Edible Oils)
  • एनएमईओ -ओपी /NMEO-OP: नेशनल मिशन ऑन एडिबल ओइल्स - ऑइल पाम ( National Mission for Edible Oils – Oil Palm (NMEO-OP)।

FAQ

उत्तर: 2024-25 से 2030-31 तक सात वर्ष।

उत्तर: 2024-25 से 2030-31 की अवधि के लिए 10,103 करोड़ रुपये।

उत्तर: 69.7 मिलियन टन

उत्तर: भारत

उत्तर : केंद्रीय कृषि एवं परिवार कल्याण मंत्रालय।
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