नीति आयोग की "ऑटोमोटिव इंडस्ट्री: ग्लोबल वैल्यू चेन में भारत की भागीदारी को सशक्त बनाना" रिपोर्ट के अनुसार, चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान के बाद भारत, दुनिया का चौथा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल उत्पादक है। नीति आयोग की रिपोर्ट को नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने नई दिल्ली में जारी किया।
इस रिपोर्ट में भारत के ऑटो कलपुर्जे उद्योग की परिवर्तनकारी क्षमता, ग्लोबल वैल्यू चेन में इसकी भूमिका और भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए इसके महत्व पर प्रकाश डाला गया है।
रिपोर्ट को नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (नीति) ने अपने नॉलेज पार्टनर्स और क्रिसिल के सहयोग से तैयार किया है।
भारत ,दुनिया का चौथा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल उत्पादक
रिपोर्ट के अनुसार 2023 में,
- चीन दुनिया में ऑटोमोबाइल का सबसे बड़ा उत्पादक देश था। 2023 में चीन में 30 मिलियन से अधिक कारों और यात्री वाहनों का उत्पादन किया गया।
- अमेरिका 10 मिलियन से अधिक ऑटोमोबाइल के उत्पादन के साथ विश्व में दूसरे स्थान पर था।
- जापान 9 मिलियन यूनिट के उत्पादन के साथ दुनिया में तीसरे स्थान पर था।
- भारत 6 मिलियन यूनिट के उत्पादन के साथ विश्व में चौथे स्थान पर था।
वैश्विक ऑटोमोटिव कंपोनेंट ट्रेडेड मार्केट में भारत की हिस्सेदारी
- रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में वैश्विक ऑटोमोटिव कलपुर्ज़ों का व्यापार लगभग 700 बिलियन डॉलर का था।
- भारत की हिस्सेदारी सिर्फ 3% या लगभग 20 बिलियन डॉलर थी।
- भारत ने लगभग 20 बिलियन डॉलर मूल्य के ऑटोमोटिव कंपोनेंट आयात किए।
- ऑटो कलपुर्ज़ों क्षेत्र में, भारत का व्यापार अधिशेष लगभग नगण्य है।
भारतीय ऑटो कलपुर्जे उद्योग के लिए लक्ष्य
- रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि भारत को 2030 तक वैश्विक ऑटो कलपुर्जे व्यापार में 8% हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य रखना चाहिए।
- इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, देश में 2030 तक 145 बिलियन डॉलर का उत्पादन लक्ष्य, 60 बिलियन डॉलर का निर्यात लक्ष्य और 25 बिलियन डॉलर का व्यापार अधिशेष निर्धारित किया है।
- इस लक्ष्य को प्राप्त करने से देश में इस क्षेत्र में 20 से 25 लाख अतिरिक्त नौकरियाँ पैदा होने की भी उम्मीद है।
- रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि भारत को इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों और एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम जैसी अगली पीढ़ी की सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
भारतीय अर्थव्यवस्था में ऑटोमोबाइल क्षेत्र का योगदान
- सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान - 17%,
- विनिर्माण सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में ऑटोमोबाइल क्षेत्र की हिस्सेदारी - 49%,
- जीडीपी में योगदान - 7.1%,
नीति आयोग के बारे में
भारत सरकार ने एक कैबिनेट प्रस्ताव के माध्यम से नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (नीति) आयोग की स्थापना की थी।
यह 1 जनवरी 2015 को अस्तित्व में आया और इसने योजना आयोग का स्थान लिया।
अध्यक्ष- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
उपाध्यक्ष- सुमन बेरी
सीईओ- बी वी आर सुब्रमण्यम
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