भारत सरकार ने 2025-26 फसल सत्र के लिए 354.64 मिलियन टन (एमटी) खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा है। यह चालू वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्य 2024-25 फसल सत्र के 341.55 एमटी खाद्यान्न उत्पादन लक्ष्य से 4% अधिक है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में खरीफ अभियान के लिए राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन की बैठक में इस लक्ष्य को मंजूरी दी गई। बैठक में राज्यों के मंत्रियों और केंद्रीय कृषि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
भारत में फसल का मौसम जुलाई से जून तक होता है।
भारतीय मौसम विभाग ने भी 2025 में सामान्य से अधिक दक्षिण-पश्चिम मानसून (जून-सितंबर) का पूर्वानुमान लगाया है जो कृषि के लिए अनुकूल माना जा रहा है।
खाद्यान्न में अनाज, दालें और तिलहन शामिल होते हैं।
खाद्यान्नों में अनाज, दालें और तिलहन शामिल हैं। अनाज की फसलों में गेहूं, धान, जौ, रागी और अन्य शामिल हैं, जबकि तिलहन में मूंगफली, सरसों, सूरजमुखी और अन्य शामिल हैं। प्रमुख दालें अरहर, उड़द, मसूर, चना/चना और अन्य हैं।
2025-26 खरीफ, रबी और जायद सत्र के लिए खाद्यान्न लक्ष्य निम्नलिखित है।
भारत में तीन मुख्य फसल मौसम हैं - खरीफ, रबी और जायद।
खरीफ (जून-अक्टूबर)
रबी फसलें या सर्दियों की फसलें (नवंबर से अप्रैल)
जायद फसलें