केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय, देश में विज्ञान की संस्कृति को बढ़ावा देने की योजना (एसपीओसीएस) के तहत नए विज्ञान केंद्र/संग्रहालय विकसित कर रहा है। राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनसीएसएम), संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त संगठन है।
- भारत सरकार, एसपीओसीएस योजना के तहत विज्ञान केंद्र/शहर/संग्रहालय/नवाचार केंद्र विकसित करने के लिए कार्यान्वयन एजेंसी है।
विगत चार वर्षों के दौरान देश में खोले गए नए विज्ञान संग्रहालय:
- इनमें से पालमपुर विज्ञान केंद्र, पालमपुर (हिमाचल प्रदेश), जिसकी स्थापना 14 मई, 2022 को की गई थी, एनसीएसएम के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्यरत है।
- जबकि इनमें तीन विज्ञान संग्रहालय/विज्ञान केंद्र, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के द्वारा विनियमित किये जाते हैं -
- बरगढ़ विज्ञान केंद्र, बरगढ़ (ओडिशा) 21 जनवरी 2020 में स्थापना की गई।
- उदयपुर विज्ञान केंद्र, त्रिपुरा - 28 फरवरी 2021में स्थापित
- उप-क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र, बोधगया (बिहार)- 20 जुलाई 2023 को स्थापित
देश में विज्ञान संस्कृति को बढ़ावा देने हेतु किए जा रहे प्रयास:
- सभी विज्ञान केंद्र, स्कूल और कॉलेज के छात्रों सहित जनता के लिए खुले हैं। इसके अलावा, विभिन्न एनसीएसएम विज्ञान केंद्रों में स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए विज्ञान मेले, विज्ञान सेमिनार, विज्ञान नाटक, विज्ञान प्रदर्शन व्याख्यान, यात्रा विज्ञान प्रदर्शनी इत्यादि जैसे कई वार्षिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते रहे हैं।
- इसके अतिरिक्त, सभी एएसआई साइट संग्रहालय आम जनता के लिए भी खुले होते हैं।
- विशेष दिनों पर, स्थानीय स्कूलों के छात्रों को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं, हेरिटेज वॉक आदि में भाग लेने के लिए भी आमंत्रित किया जाता है।
- 15 वर्ष से कम उम्र के छात्रों को संग्रहालयों में मुफ्त प्रवेश दिया जाता है।
- सरकार द्वारा वर्ष 2019 में ‘इंटर-डिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम्स’ पर राष्ट्रीय मिशन और ‘द ग्लोबल कूलिंग प्राइज़’ शामिल किये गए हैं।
- वाहनों के प्रदूषण से निपटने के लिये वायु - (विंड ऑग्मेंटेशन एंड प्यूरीफाईन यूनिट- WAYU) डिवाइस लगाए जा रहे हैं।
- विदेशों में प्रशिक्षण और एक्सपोज़र प्राप्त करने के उद्देश्य से विद्यार्थियों के लिए ओवरसीज विजिटिंग डॉक्टोरल फेलोशिप प्रोग्राम चलाया जा रहा है।