भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय ने उद्यमिता संस्कृति को बढ़ावा देने और एससी-एसटी हब (एनएसएसएच) योजना और मंत्रालय की अन्य योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए 27 सितंबर 2023 को मध्य प्रदेश के झाबुआ में ‘राष्ट्रीय एससी-एसटी हब कॉन्क्लेव’ का आयोजन किया।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री, एमएसएमई मंत्रालय, भानु प्रताप सिंह वर्मा, और लगभग 600 एससी-एसटी इच्छुक और मौजूदा उद्यमियों की भागीदारी देखी गई।
- झाबुआ से पुर्व अगस्त 2023 में भानु प्रताप सिंह वर्मा ने झारखंड के गुमला में राष्ट्रीय एससी-एसटी हब मेगा कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया था।
- एमएसएमई न केवल रोजगार के बड़े अवसर प्रदान करते हैं बल्कि ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के औद्योगीकरण में भी मदद करते हैं।
मध्य प्रदेश में एससी-एसटी:
- 2011 की जनगणना के आधार पर मध्य प्रदेश में अनुसूचित जाति (एससी) की आबादी राज्य के कुल जनसंख्याँ का 15.6% है। जबकि अनुसूचित जनजाति (एसटी) की आबादी 21.1% है।
- मध्य प्रदेश राज्य प्राकृतिक संसाधनों - ईंधन, खनिज, कृषि और जैव विविधता से समृद्ध है और देश का सबसे बड़ा हीरा उत्पादक राज्य भी है।
- यह भारत में बागवानी फसलों का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, जो इसे खनन और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए एक संभावित स्थान बनाता है।
- एमएसएमई मंत्रालय इन इकाइयों को फलने-फूलने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए कई उपाय कर रहा है।
एससी-एसटी हब मेगा कॉन्क्लेव से लाभ:
- हब मौजूदा एससी/एसटी उद्यमियों और उद्यमों को तकनीकी उन्नयन और क्षमता निर्माण में सहायता करता है, जिससे वे सरकार के खरीदी प्रक्रिया में प्रभावी ढंग से भाग लेने में सक्षम होते हैं।
- इसमें सीपीएसई/केंद्रीय मंत्रालयों, राज्यों, डीआईसीसीआई जैसे उद्योग संघों और अन्य की सक्रिय भागीदारी शामिल होगी।
- चयनित उद्यमियों को उद्योग विशेषज्ञों, सीपीएसई और इनक्यूबेटरों द्वारा समर्थन और सलाह प्रदान की जाएगी।