केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री बनवारी लाल वर्मा ने 23 सितंबर 2024 को नई दिल्ली में सांकेतिक भाषा दिवस-2024 समारोह की अध्यक्षता की। हर साल 23 सितंबर को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस मनाया जाता है।
यह दिन भारत में 'सांकेतिक भाषा दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
23 सितंबर 2018 को पहली बार विश्व में अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस मनाया गया था।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 23 सितंबर 1951 को विश्व बधिर संघ की स्थापना की स्मृति में इस तिथि को चुना।
यह दिन बधिरों के लिए सांकेतिक भाषा की उपयोगिता के बारे में सकारात्मक जागरूकता पैदा करने के लिए हितधारकों, नागरिकों, सेवा प्रदान करने वाली एजेंसियों, बधिरों के लिए स्कूलों, गैर सरकारी संगठनों, कार्यकर्ताओं, बधिर नेताओं, शिक्षकों, शोधकर्ताओं आदि को एक साथ लाने के लिए मनाया जाता है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के तहत भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र (आईएसएलआरटीसी), नई दिल्ली ने सांकेतिक भाषा दिवस-2024 मनाने के लिए नई दिल्ली में कार्यक्रम आयोजित किया।
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने 2024 सांकेतिक भाषा दिवस के विषय के रूप में 'सांकेतिक भाषा अधिकारों के लिए समर्थन करें' को चुना है।
सांकेतिक भाषा दिवस के मौके पर केंद्रीय मंत्री बी.एल. वर्मा ने आईएसएलआरटीसी की विभिन्न पहलों का शुभारंभ किया ।