दिल्ली विधानसभा पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित होने वाली देश की पहली विधानसभा बन जाएगी। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता और दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने संयुक्त रूप से 12 मई 2025 को दिल्ली विधानसभा परिसर में 500 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र की आधारशिला रखी। समारोह में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मुख्य अतिथि थीं।
यह सौर ऊर्जा उत्पादन में दिल्ली की एक और उपलब्धि होगी। हाल ही में, नई दिल्ली में दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के ओखला विहार मेट्रो स्टेशन पर देश के पहले वर्टिकल बाई-फेसियल सौर संयंत्र का उद्घाटन किया गया था।
वर्तमान में दिल्ली विधानसभा की बिजली की आवश्यकता आंशिक रूप से 200 किलोवाट के छत पर लगे सौर ऊर्जा संयंत्र से पूरी होती है।
भारत सरकार के अनुसार, 31 जनवरी 2025 के अंत तक देश में कुल स्थापित सौर ऊर्जा क्षमता 100.3 गीगावाट थी।
चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका और जर्मनी के बाद भारत दुनिया का चौथा ऐसा देश बन गया है जिसकी स्थापित सौर ऊर्जा क्षमता 100 गीगावाट से अधिक है।
भारत ने 2030 तक स्वच्छ ऊर्जा (सौर + पवन + लघु जल विद्युत संयंत्र + परमाणु + अन्य नवीकरणीय स्रोत) से 500 गीगावाट स्थापित बिजली क्षमता का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।
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