प्रति वर्ष 21 फरवरी ‘अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इसका आयोजन भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जागरूकता फैलाने और बहुभाषावाद को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। भारत सैकड़ों भाषाओं और हजारों बोलियों का घर है। यह भारत को भाषाई और सांस्कृतिक विविधता की दुनिया में सबसे अनोखा बनाती है।