भारतीय नौसेना, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में 26 दिसंबर को मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड से अपने नवीनतम स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर इंफाल का अनावरण करेगी। आईएनएस इंफाल निर्माणाधीन चार विशाखापत्तनम श्रेणी के स्टील्थ गाइडेड विध्वंसकों में भारतीय नौसेना में शामिल होने वाले जहाजों में से तीसरा है। इस जहाज को भारतीय नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो द्वारा इन-हाउस डिजाइन किया गया और मुंबई स्थित मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड द्वारा निर्माण किया गया है।
आईएनएस इंफाल के बारे में
- आईएनएस इंफाल एक स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक जहाज है जिसे भारतीय नौसेना के लिए मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) द्वारा विकसित किया गया है।
- यह, भारत के प्रोजेक्ट 15बी श्रेणी के अंतर्गत निर्मित तीसरा स्वदेशी स्टील्थ विध्वंसक जहाज है।
- जिसकी लंबाई 163 मीटर, चौड़ाई 17 मीटर और अधिकतम गति 30 समुद्री मील है।
- भारतीय नौसेना वर्तमान में 132 जहाजों का संचालन करती है, जिसमें तीन श्रेणियों (कोलकाता श्रेणी, दिल्ली श्रेणी और राजपूत श्रेणी)के 11 निर्देशित मिसाइल विध्वंसक पोत शामिल हैं।
- नवंबर 2023 में, इंफाल से सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया।
इंफाल- पूर्वोत्तर शहर
- आईएनएस इंफाल भारतीय नौसेना में शामिल होने वाला पहला युद्धपोत है जिसका नाम पूर्वोत्तर के एक शहर के नाम पर रखा गया है।
- इंफाल नाम के साथ इस विध्वंसक जहाज का भारतीय नौसेना में शामिल होना, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में इंफाल के महत्व और योगदान को रेखांकित करता है।
- यह नामकरण, भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में मणिपुर के बलिदान और योगदान के लिए एक श्रद्धांजलि है।
- पहले दो विध्वंसक, आईएनएस इंफाल और आईएनएस मोरमुगाओ का नाम क्रमशः पूर्वोत्तर भारत और गोवा के शहरों के नाम पर रखा गया था।
प्रोजेक्ट 15बी क्या है?
- विशाखापत्तनम-श्रेणी विध्वंसक को प्रोजेक्ट-15ब्रावो (P-15B) श्रेणी के नाम से भी जाना जाता है।
- यह श्रेणी, भारतीय नौसेना के बेड़े में कोलकाता श्रेणी का ही उन्नत संस्करण है।
- स्वदेशी विध्वंसक पोत का प्रोजेक्ट 15बी (विशाखापत्तनम श्रेणी) बेहतर क्षमताओं और ज्यादा स्वदेशी सामग्रियों के उपयोग के साथ स्वदेशी विध्वंसक पोत के प्रोजेक्ट 15ए (कोलकाता श्रेणी) और प्रोजेक्ट 15 (दिल्ली श्रेणी) की श्रृंखला में नवीनतम है।
- भारतीय नौसेना के बेड़े में पहले ही विशाखापत्तनम और मोर्मुगाओ जहाजों को शामिल किया जा चुका है जो प्रोजेक्ट 15बी से संबंधित हैं।
पी-15बी श्रेणी की विशेषताएं
- खराब मौसम में हेलीकॉप्टरों की सुरक्षा के लिए, यह "रेल-रहित" हेलीकॉप्टर ट्रैवर्सिंग प्रणाली का उपयोग करता है।
- सोनार उपकरण पतवार के बजाय पोत के धनुष पर लगाया गया है।
- इसमें एक नेटवर्क-केंद्र का भी निर्माण किया गया है जिसमें शिप डेटा नेटवर्क (एसडीएन), स्वचालित पावर मैनेजमेंट सिस्टम (एपीएमएस), और कॉम्बैट मैनेजमेंट सिस्टम (सीएमएस) शामिल हैं।
- पूर्ववर्ती विध्वंसक श्रेणीयों की तुलना में, इस श्रेणी के निर्माण में सर्वाधिक स्वदेशी सामग्रियों(72%) का उपयोग किया गया है।
- विध्वंसकों का नाम ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण भारतीय शहरों के नाम पर रखा गया: विशाखापत्तनम, मोर्मुगाओ, इंफाल और सूरत।