Home > Current Affairs > National > India provides $2 million medical aid to Nepal

भारत ने नेपाल को 2 मिलियन डॉलर की चिकित्सा सहायता प्रदान की

Utkarsh Classes Last Updated 26-04-2025
India provides $2 million medical aid to Nepal Loan and Grant 4 min read

भारत सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए नेपाल को 2 मिलियन डॉलर (20 लाख डॉलर) की चिकित्सा सहायता भेजी है। इस चिकित्सा सहायता में थैलेसीमिया और सिकल सेल रोग के रोगियों के इलाज के लिए टीके और दवाइयाँ शामिल हैं।

चिकित्सा सहायता की पहली खेप में इन्फ्लूएंजा वैक्सीन, साल्मोनेला वैक्सीन, मेनिंगोकोकल वैक्सीन, हीमोफिलस इन्फ्लूएंजा वैक्सीन और स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया वैक्सीन शामिल हैं। 

नेपाल में भारतीय राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने नेपाल के स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्री प्रदीप पौडेल को काठमांडू, नेपाल में,चिकित्सा सहायता की पहली खेप सौंपी।

सिकल सेल और थैलेसीमिया रोग के बारे में

सिकल सेल रोग और थैलेसीमिया,दोनों आनुवंशिक विकार हैं। यह  लाल रक्त कोशिका में स्थित हीमोग्लोबिन के जीन में त्रुटियों के कारण होता है।

हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन ("ग्लोबिन") और एक लोहे के अणु ("हीम") से बना होता है।

हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिका के भीतर ऑक्सीजन ले जाता है। यह फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न हिस्सों के ऊतकों और अंगों तक ले जाता है। 

लोहे की उपस्थिति के कारण, यह मानव रक्त को लाल रंग देता है।

थैलेसीमिया

  • थैलेसीमिया के मरीज़ में हीमोग्लोबिन की संरचना असामान्य होती है। शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली इसे एक विदेशी शरीर के रूप में पहचान कर उस पर हमला कर, लाल रक्त कोशिकाओं को नष्ट कर देती है।
  • इससे मरीज को  एनीमिया हो जाता है जिसमें मरीज़ का हीमोग्लोबिन स्तर कम हो जाता है। मरीज़ थकान और दर्द से पीड़ित रहता है।
  • लाल रक्त कोशिकाओं के नुकसान की भरपाई के लिए मरीज़ों को नियमित रूप से रक्त चढ़ाया जाता है। हालाँकि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है।

सिकल सेल रोग

  • सिकल सेल रोग असामान्य हीमोग्लोबिन के आकार के कारण होता है, जिसे हीमोग्लोबिन एस कहा जाता है। रोगी की लाल रक्त कोशिकाओं की सिकल जैसी संरचना के कारण इसे सिकल सेल रोग कहा जाता है।
  • सिकल के आकार की यह कोशिका कभी-कभी रक्त वाहिका से होकर गुजरने में विफल हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप रक्त वाहिका में रुकावट आ जाती है।
  • रुकावट के कारण, शरीर के ऊतकों के कई हिस्सों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, जिससे शरीर में जटिलताएँ पैदा होती हैं।
  • सिकल सेल रोग या थैलेसीमिया का कोई इलाज नहीं है।

विश्व सिकल सेल दिवस - यह 19 जून को दुनिया भर में मनाया जाता है। विश्व सिकल सेल दिवस 2025 के विषय की घोषणा नहीं की गई है।

अंतर्राष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस - यह हर साल 8 मई को मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस 2025 का विषय - थैलेसीमिया के लिए एक साथ: समुदायों को एकजुट करना, मरीजों को प्राथमिकता देना।

FAQ

उत्तर: नेपाल

उत्तर: यह लाल रक्त कोशिका में मौजूद हीमोग्लोबिन की असामान्य संरचना के कारण होने वाला एक आनुवंशिक विकार है।

उत्तर: 19 जून

उत्तर: 8 मई
Leave a Review

Today's Article

Utkarsh Classes
DOWNLOAD OUR APP

Utkarsh Classes: Prepare for State & Central Govt Exams

With the trust and confidence of our students, the Utkarsh Mobile App has become a leading educational app on the Google Play Store. We are committed to maintaining this legacy by continually updating the app with unique features to better serve our aspirants.