भारत और मलेशिया के बीच गहरे संबंधों को दर्शाते हुए, मलेशियाई प्रधान मंत्री दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम की भारत यात्रा के दौरान,दोनों देश अपने द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी (सीएसपी) को बदलने पर सहमत हुए।
मलेशियाई प्रधान मंत्री अनवर बिन इब्राहिम, 19-21 अगस्त 2024 तक भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर थे। यह मलेशियाई प्रधान मंत्री दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम की पहली भारत यात्रा थी।
अपनी भारत यात्रा के दौरान उन्होंने एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया जिसमें मलेशियाई विदेश मंत्री दातो सेरी उतामा हाजी मोहम्मद बिन हाजी हसन; मलेशिया के निवेश, व्यापार और उद्योग मंत्री, तेंगकु दातुक सेरी ज़फरुल अब्दुल अजीज; मलेशिया के पर्यटन, कला और संस्कृति मंत्री, दातुक सेरी टिओंग किंग सिंग; मलेशिया के डिजिटल मंत्री, गोबिंद सिंह देव और मलेशिया के मानव संसाधन मंत्री स्टीवन सिम शामिल थे।
अनवर बिन इब्राहिम की भारत यात्रा की मुख्य बातें
मलेशिया के प्रधान मंत्री अनवर इब्राहिम ने 20 अगस्त 2024 को नई दिल्ली में भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
प्रधान मंत्री मोदी के साथ बैठक के दौरान, दोनों देश अपनी साझेदारी को 2015 में स्थापित एक उन्नत रणनीतिक साझेदारी से बढ़ा कर व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने पर सहमत हुए।
द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाना दोनों देशों के बीच संबंधों के गहरा होने और परिपक्व होने का प्रतीक है।
भारत और मलेशिया के बीच समझौता ज्ञापन/समझौता
मलेशियाई प्रधान मंत्री अनवर इब्राहिम की यात्रा के दौरान, भारत और मलेशिया के बीच अपने संबंधों को बढ़ावा देने के लिए नौ समझौता ज्ञापन (एमओयू)/समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
- श्रमिकों की भर्ती, रोजगार और स्वदेश वापसी पर,
- पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों और आयुर्वेद के क्षेत्र में सहयोग,
- डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग,
- कला, संस्कृति और विरासत के क्षेत्र में सहयोग,
- पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग,
- युवा और खेल में सहयोग,
- लोक प्रशासन और शासन सुधार में सहयोग,
- भारत के अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय केंद्र सेवा प्राधिकरण (आईएफएससीए) और मलेशिया के लाबुआन वित्तीय सेवा प्राधिकरण के बीच आपसी सहयोग के संबंध में समझौता ज्ञापन,
- 9वें भारत-मलेशिया सीईओ फोरम की रिपोर्ट।
भारत मलेशिया को 200,000 मीट्रिक टन सफेद चावल का निर्यात करेगा
- मलेशियाई प्रधान मंत्री की यात्रा के दौरान भारत मलेशिया को 200,000 मीट्रिक टन सफेद चावल निर्यात करने पर सहमत हुआ है।
- भारत, जो विश्व में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है, ने घरेलू बाजार में कीमत को नियंत्रित करने के लिए जुलाई 2023 में सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था ।
- हालाँकि,भारत ,मित्र देशों के अनुरोध पर सफेद चावल के निर्यात की अनुमति देता है।
मलेशियाई नागरिकों के लिए आईटीईसी में 100 अतिरिक्त जगह
- भारत सरकार ने सरकारी, निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों, विश्वविद्यालयों और विदेशी देशों के वाणिज्य और उद्योग मंडलों के अधिकारियों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 1964 में भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (आईटीईसी) कार्यक्रम शुरू किया है।
- इस कार्यक्रम के तहत एशिया और प्रशांत, पूर्वी यूरोप, मध्य एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका और कैरेबियन के लगभग 158 देशों के लोगों को प्रशिक्षित किया जाता है।
- भारत मलेशिया के 100 और नागरिकों को आईटीईसी कार्यक्रम के तहत तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करें पर सहमत हो गया है।
मलेशिया इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस में शामिल होगा
- मलेशिया एक संस्थापक सदस्य के रूप में इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस में शामिल होने के लिए सहमत हो गया है।
- इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस एक भारतीय पहल है जिसे 29 फरवरी 2024 को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया गया था।
- इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस, जिसका मुख्यालय भारत में होगा , बड़ी बिल्लियों और उनके आवासों के संरक्षण के लिए काम करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय सहयोग होगा।
- यह सात बड़ी बिल्लियाँ शेर, बाघ, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, जगुआर, प्यूमा और चीता हैं।
- भारत में पाँच बड़ी बिल्लियाँ शेर, बाघ, तेंदुआ, हिम तेंदुआ और चीता पाई जाती हैं।
भारत और मलेशिया के बीच अन्य महत्वपूर्ण समझौते
- मलेशिया के टुंकू अब्दुल रहमान विश्वविद्यालय में भारतीय प्रायोजित आयुर्वेद चेयर की स्थापना की जाएगी।
- मलेशिया के मलाया विश्वविद्यालय में भारत द्वारा प्रायोजित तिरुवल्लुवर भारतीय अध्ययन पीठ की स्थापना की जाएगी।
- दोनों देशों में स्टार्ट-अप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए भारत-मलेशिया स्टार्टअप गठबंधन।
- भारत-मलेशिया डिजिटल काउंसिल।
मलेशिया की राजधानी: कुआलालंपुर
मलेशिया की मुद्रा: रिंगित