25वां राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस 2025, 10 जुलाई 2025 को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर)-केंद्रीय मीठाजल जलीय कृषि संस्थान (सीआईएफए), भुवनेश्वर में मनाया गया। इस समारोह का आयोजन मत्स्य पालन विभाग, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय द्वारा किया गया था।
इस अवसर पर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
देश की अर्थव्यवस्था में मत्स्य कृषकों और जलीय कृषि क्षेत्र के योगदान को मान्यता देने के लिए 2001 से हर साल 10 जुलाई को राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस मनाया जाता है।
1957 में इसी दिन प्रोफेसर हीरालाल चौधरी और डॉ. के.एच. अलीकुन्ही ने देश में भारतीय मेजर कार्प्स मछलियों के प्रजनन को सफलतापूर्वक प्रेरित किया था।
प्रोफेसर हीरालाल चौधरी और डॉ. के.एच. अलीकुन्ही की सफलता ने देश में अंतर्देशीय जलीय कृषि में क्रांति ला दी।
अब तक कार्प्स मछलियाँ मुख्यतः नदियों या तालाबों में पकड़ी जाती थीं, लेकिन प्रोफेसर हीरालाल चौधरी और डॉ. के.एच. अलीकुन्ही के प्रयासों के कारण, इन मछलियों को मछली फार्मों में पाला जा सकता है, जिससे कारण देश में इनका उत्पादन नाटकीय रूप से बढ़ गया है।
भारतीय मत्स्य पालन क्षेत्र के अग्रणी प्रोफेसर हीरालाल चौधरी और डॉ. के.एच. अलीकुन्ही की अद्वितीय उपलब्धि के उपलक्ष्य में, भारत में 10 जुलाई को राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस मनाया जाता है।
प्रथम राष्ट्रीय मत्स्य कृषक दिवस - 10 जुलाई 2001
कार्प्स मछलियाँ मीठे पानी की मछलियाँ होती हैं। भारत को कार्प्स का देश कहा जाता है क्योंकि यहाँ प्राचीन काल से ही कार्प्स मछलियाँ पकड़ी और खाई जाती रही हैं।
सिंधु-गंगा नदी प्रणाली की मूल निवासी मछलियों जैसे कतला, रोहू और मृगल को को भारतीय मेजर कार्प्स कहा जाता है।
कुछ कार्प्स मछलियाँ ऐसी हैं जो विदेशों से भारत में लाई गईं हैं , जैसे सिल्वर कार्प, ग्रास कार्प और कॉमन कार्प। इन्हें एक्सोटिककार्प्स कहा जाता है।
दुनिया में मछली उत्पादन में चीन सबसे बड़ा उत्पादक देश है भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है।
भारत वैश्विक मछली उत्पादन का 8 प्रतिशत उत्पादन करता है।
2024-25 में उत्पादन - 195 लाख टन।
अंतर्देशीय मछली उत्पादन (नदी, तालाबों आदि में मीठे पानी की मछलियाँ) का योगदान कुल मछली उत्पादन में लगभग 75% है।
सबसे बड़ा मछली उत्पादक राज्य - आंध्र प्रदेश।
भारत सरकार ने मत्स्य पालन क्षेत्र के विकास और देश में नीली क्रांति लाने के लिए 2020 में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना शुरू की है।
नीली क्रांति देश में मत्स्य पालन और जलीय कृषि क्षेत्र के उत्पादन में वृद्धि को संदर्भित करती है।
यह भी देखें:
सिक्किम में भारत का पहला जैविक मत्स्य पालन क्लस्टर शुरू किया गया