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भारत और स्वीडन ने बाकू में छठे वार्षिक लीडआईटी शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की

Utkarsh Classes Last Updated 22-11-2024
India and Sweden co chair the 6th Annual LeadIT Summit in Baku Summit and Conference 4 min read

भारत और स्वीडन ने बाकू, अज़रबैजान में उद्योग परिवर्तन के लिए नेतृत्व समूह (लीडआईटी) के 6वें वार्षिक शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता की। शिखर सम्मेलन की बैठक संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन, पार्टियों के सम्मेलन 29 (सीओपी29) के मौके पर आयोजित की गई थी, जो 11 से 22 नवंबर 2024 तक अज़रबैजान की राजधानी बाकू में आयोजित किया गया था। 

भारत और स्वीडन ने सितंबर 2019 में न्यूयॉर्क शहर, संयुक्त राज्य अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र में आयोजित  जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन में उद्योग परिवर्तन के लिए नेतृत्व समूह (लीडआईटी) का संयुक्त रूप से शुभारंभ किया था। 

लीडआईटी 2.0 को 2023 में दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में सीओपी28 के दौरान लॉन्च किया गया है जिसमे इसने 2024-26 के लिए एक नया लक्ष्य निर्धारित किया गया  है।

बैठक के सह-अध्यक्ष किरीट वर्धन सिंह

केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह और स्वीडन की जलवायु एवं पर्यावरण मंत्री रोमिना पूरमोख्तारी ने शिखर बैठक की सह-अध्यक्षता की।

इसमें उद्योग परिवर्तन के लिए नेतृत्व समूह के 41 सदस्य देशों और उद्योग, शिक्षा आदि से जुड़े अन्य हितधारकों ने भाग लिया।

उद्योग परिवर्तन के लिए नेतृत्व समूह (लीडआईटी) क्या है?

उद्योग परिवर्तन के लिए नेतृत्व समूह (लीडआईटी) भारत और स्वीडन की एक पहल है और इसे विश्व आर्थिक मंच का समर्थन प्राप्त है।

यह उन देशों को एक साथ लाता है जो 2015 पेरिस जलवायु सम्मेलन के लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं।

पेरिस जलवायु सम्मेलन का उद्देश्य "वैश्विक औसत तापमान में वृद्धि को पूर्व-औद्योगिक स्तरों से 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना" है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रत्येक देश को अपने शुद्ध कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रतिबद्धता ज़ाहिर करते हुए एक राष्ट्रीय योजना बनानी होगी।

उद्देश्य

लीडआईटी की स्थापना ऊर्जा-गहन उद्योगों को लक्षित करने के लिए की गई थी, जहाँ कार्बन उत्सर्जन को कम करना बहुत मुश्किल है।

लीडआईटी का लक्ष्य 2050 तक ऊर्जा-गहन भारी उद्योग में शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य प्राप्त करना है।

इस लक्ष्य को कैसे प्राप्त किया जाएगा ?

ऊर्जा-गहन भारी उद्योग द्वारा शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य प्राप्त करने के लिए लीडआईटी का उद्देश्य 

  • सार्वजनिक-निजी भागीदारी को प्रोत्साहित करना और विकसित करना;
  • ऐसी प्रौद्योगिकियों और उत्पादों के विकास के लिए संसाधन जुटाना जो शुद्ध शून्य उत्सर्जन में संक्रमण में मदद करेंगे;
  • ज्ञान साझा करने का समर्थन करना ताकि इस क्षेत्र में नवाचार या सफलता सभी के लिए उपलब्ध हो;
  • उद्योग और सरकारों के बीच सार्थक संवाद के लिए एक सुरक्षित मंच प्रदान करना;
  • समन्वित बहुपक्षीय तकनीकी और वित्तीय सहायता के माध्यम से अपने उद्योगों के कम कार्बन उत्सर्जन में संक्रमण को तेज करने के लिए देश-विशिष्ट भागीदारी स्थापित करके उभरती अर्थव्यवस्थाओं का समर्थन करना ।

विश्व आर्थिक मंच

विश्व आर्थिक मंच एक अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन है जिसकी स्थापना 1971 में जर्मन प्रोफेसर क्लॉस श्वाब ने की थी।

यह मंच दुनिया के राजनीतिक, व्यावसायिक, शैक्षणिक, नागरिक समाज और अन्य नेताओं को वैश्विक, क्षेत्रीय और उद्योग-विशिष्ट एजेंडा पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।

मुख्यालय: जिनेवा, स्विटजरलैंड

FAQ

उत्तर: बाकू, अज़रबैजान, संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन 2024 के मौके पर

उत्तर: भारत और स्वीडन, विश्व आर्थिक मंच द्वारा समर्थित

उत्तर: कीर्ति वर्धन सिंह, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री, और स्वीडन से जलवायु और पर्यावरण मंत्री सुश्री रोमिना पूरमोख्तारी।

उत्तर: जर्मनी के प्रोफेसर क्लॉस श्वाब ने।

उत्तर: 41
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