भारत सरकार नियमित टीकाकरण की इलेक्ट्रॉनिक रजिस्ट्री बनाए रखने के लिए एक 'यू-विन' पोर्टल लॉन्च करेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत पोर्टल को कोविद-19 वैक्सीन प्रबंधन प्रणाली को-विन की तर्ज पर डिजाइन किया गया है।
यू-विन कार्यक्रम को सार्वभौमिक टीकाकरण योजना (यूआईपी) को डिजिटल बनाने के लिए डिजाइन किया गया है और इसे वर्तमान में प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के दो जिलों में पायलट मोड में चलाया जा रहा है।
यू-विन पोर्टल क्या करेगा?
- इस प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग प्रत्येक गर्भवती महिला को पंजीकृत करने और टीकाकरण करने, उसके प्रसव के परिणाम को रिकॉर्ड करने, प्रत्येक नवजात शिशु के जन्म को पंजीकृत करने, जन्म खुराक देने और सभी टीकाकरण कार्यक्रमों के लिए किया जाएगा।
- यू-विन सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत लक्षित आबादी के लिए टीकाकरण सेवाओं के लिए जानकारी का एकल स्रोत बनेगा ।
- पोर्टल टीकाकरण की स्थिति, वितरण परिणाम और नियमित टीकाकरण सत्रों की योजना का लाइव अपडेट भी बनाए रखेगा।
मौजूदा प्रणाली में समस्या
- वर्तमान में यूआईपी के तहत टीकाकरण रिकॉर्ड मैन्युअल रूप से बनाए रखा जा रहा है जिसके कारण कुछ लाभार्थियों का दोहराव और कुछ का बहिष्कार हो रहा है।
- यह प्रणाली टीकाकृत मां और बच्चे की व्यक्तिगत ट्रैकिंग की व्यवस्था से वंचित है।
- वर्तमान प्रणाली में निजी स्वास्थ्य सुविधाओं पर टीकाकरण दर्ज नहीं किया जाता है।
- लाभार्थियों के बीच सत्र, स्थान और तारीख के बारे में जागरूकता की कमी है, खासकर शहरी क्षेत्रों में और राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में टीकाकरण कवरेज में असमानता है।
यू-विन पोर्टल का लाभ
- गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए आभा आईडी (आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता) से जुड़ा एक टीका पावती और टीकाकरण कार्ड तैयार किया जाएगा।
- आभा के साथ जुड़ने से सभी राज्यों और जिलों को लाभार्थियों को ट्रैक करने और टीकाकरण करने के लिए एक सामान्य डेटाबेस तक पहुंचने में मदद मिलेगी। इससे लाभार्थियों की बेहतर ट्रैकिंग हो सकेगी।
- प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से नागरिक आस-पास चल रहे नियमित टीकाकरण सत्रों की जांच कर सकते हैं और अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं
- इससे भारत में टीकाकरण कवरेज को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
सार्वभौमिक टीकाकरण योजना
सार्वभौमिक टीकाकरण योजना केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत प्रजनन और बाल देखभाल (आरसीएच) कार्यक्रम का हिस्सा है।
इसे 1985 में गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं का टीकाकरण करने के लिए शुरू किया गया था ताकि मृत्यु दर और रुग्णता को कम किया जा सके। वर्तमान में यूआईपी के तहत 8 टीके उपलब्ध कराए जाते हैं।
सार्वभौमिक टीकाकरण योजनाओं के तहत प्रदान किए जाने वाले टीके इस प्रकार हैं:
- बीसीजी (बैसिलस कैल्मेट गुएरिन)
- डीपीटी (डिप्थीरिया, पर्टुसिस और टेटनस टॉक्सॉइड)
- ओपीवी (ओरल पोलियो वैक्सीन)
- खसरा
- हेपेटाइटिस बी
- टीटी (टेटनस टॉक्सॉइड)
- जेई टीकाकरण (चयनित उच्च रोग बोझ वाले जिलों में)
- हिब युक्त पेंटावैलेंट टीका (DPT+HepB+Hib) (चयनित राज्यों में)
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री: मनसुख मांडविया
परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण फुल फॉर्म
यूआईपी/UIP : यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम (Universal Immunisation Programme)
आभा/ ABHA: आयुष्मान भारत हैल्थ अकाउंट (Ayushman Bharat Health Account)
आरसीएच /RCH : रीप्रडक्टिव एंड चाइल्ड केर (Reproductive and Child Care)
एनएचएम/NHM : नेशनल हैल्थ मिशन ( National Health Mission)