प्रथम शौर्य वेदनाम उत्सव 8 मार्च 2025 को बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी शहर में संपन्न हुआ, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों की सैन्य शक्ति, मार्शल आर्ट, सैन्य बैंड द्वारा सामूहिक प्रदर्शन, विशेष बलों द्वारा युद्ध प्रदर्शन आदि का प्रभावशाली प्रदर्शन किया गया।
7 और 8 मार्च 2025 को मोतिहारी में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में शानदार सैन्य प्रदर्शन और भारतीय सशस्त्र बलों के घातक हथियारों की प्रदर्शनी लगाई गई।
भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना ने अपने आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन जनता के सामने किया।
भारतीय सेना ने स्वदेश में विकसित के-9 वज्र स्व-चालित तोप, हथियार लोकेटिंग रडार (डब्ल्यूएलआर) स्वाति, टी-90 भीष्म मुख्य युद्धक टैंक, बीएमपी पैदल सेना के लड़ाकू वाहन आदि का प्रदर्शन किया।
भारतीय वायु सेना ने तीन एसयू -30 एमकेआई लड़ाकू जेट, दो एएन -32 परिवहन विमान और चेतक हेलीकॉप्टरों के साथ एक प्रभावशाली फ्लाईपास्ट का प्रदर्शन किया।
भारतीय वायु सेना की विशिष्ट आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम ने 8,000 फीट की ऊंचाई से एक उच्च-ऊंचाई वाले लड़ाकू फ्रीफॉल का प्रदर्शन किया।
भारतीय नौसेना के विमान वाहक, पनडुब्बियों और विध्वंसक और भारतीय वायु सेना के विमानों के मॉडल का एक स्थिर प्रदर्शन भी किया गया।
नेपाल सीमा पर स्थित पूर्वी चंपारण जिले का मुख्यालय मोतिहारी ऐतिहासिक महत्व रखता है। यह जॉर्ज ऑरवेल का जन्मस्थान है और बौद्ध धर्म तथा गांधीजी के चंपारण सत्याग्रह से जुड़ा हुआ है।
बौद्ध धर्म
अशोक स्तंभ
स्तंभ धर्म लेख के नाम से प्रसिद्ध इस स्तंभ का निर्माण प्रियदर्शी अशोक ने 249 ईसा पूर्व में करवाया था।