8वें ‘आयुर्वेद दिवस’ के अवसर पर ‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ अभियान की वैश्विक सफलता का महापर्व, 10 नवंबर 2023 को हरियाणा के पंचकुला में मनाया जाएगा। इसकी घोषणा चंडीगढ़ में आयुर्वेद दिवस की तैयारियों के सन्दर्भ में आयोजित ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री डॉ मुंजपरा महेंद्रभाई ने की। 9 और 10 नवंबर को हरियाणा के पंचकुला में आयुर्वेद दिवस के वैश्विक अभियान का समापन समारोह भी मनाया जाएगा।
8वें ‘आयुर्वेद दिवस’ के मुख्य आकर्षण:
- 9 नवंबर को कार्यक्रम का उद्घाटन केन्द्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनेवाल करेंगे और 10 नवंबर को आयोजित होने वाले आयुर्वेद दिवस के मुख्य कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे तथा केन्द्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनेवाल, गेस्ट ऑफ ऑनर होंगे।
- केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री डॉ मुंजपरा महेंद्रभाई भी इस दो दिवसीय कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित होंगे।
- केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री डॉ मुंजपरा महेंद्रभाई ने आयुष मंत्रालय की पिछले 9 वर्ष की उपलब्धियों के बारे में पत्रकारों से विस्तृत चर्चा की।
सौ देशों के लगभग 12 करोड़ लोगों का समर्थन:
- इसी दौरान केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री मुंजपरा ने उल्लेख किया कि सौ देशों के आम जन, किसान और छात्र ‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ अभियान से जुड़े और आज तक लगभग 12 करोड़ लोगों ने ‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ अभियान’ को अपना सहयोग और समर्थन दिया है।
- अभियान में जन भागीदारी की 15 हजार गतिविधियों में लगभग 14 लाख लोगों ने सहभागिता दर्ज की और अभियान ने पूरी दुनिया के लगभग 90 देशों में अपनी डिजिटल उपस्थिति दर्ज की है।
- ‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ अभियान का जन संदेश, अब वैश्विक जन भागीदारी के साथ एक अन्तराष्ट्रीय जन आंदोलन बन चुका है।
10 नवंबर को आयुर्वेद दिवस:
- आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ के वैश्विक अभियान की सफलता का महापर्व 10 नवंबर 2023 को पंचकुला, हरियाणा में 8 वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर मनाया जाएगा।
- केन्द्रीय मंत्री सर्बानंद सोनेवाल ने 10 अक्टूबर 2023 को नई दिल्ली से इस वैश्विक अभियान की घोषणा की थी।
‘विश्व आयुर्वेद दिवस’:
- प्रति वर्ष धन्वंतरि जयंती के दिन आयुष मंत्रालय की ओर से विश्व आयुर्वेद दिवस का आयोजन किया जाता है।
- ‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ के जन संदेश के साथ इस अभियान को भारत ही नहीं पूरे विश्व में एक माह तक सफलतापूर्वक संचालित किया गया।
‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ के लिए देश भर में कार्यक्रम:
- आयुष मंत्रालय से जुड़ी अलग-अलग संस्थाओं ने कई तरह की गतिविधियों के माध्यम से पूरे देश के किसानों, युवाओं और जन सामान्य को ‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ अभियान से जोड़ा है।
- बैठक, वार्ता और वर्कशॉप के माध्यम से देश भर के किसान, युवा और अन्य लोग आयुर्वेद दिवस के इस अभियान से एक-एक कर जुड़ते गए।
- युवाओं को इस अभियान से जोड़ने के लिए एक राष्ट्रव्यापी बाइकर्स रैली 5 नवंबर को आयोजित की गई। जिसमें देश के 11 शहरों में युवाओं की टोलियाँ ‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ अभियान के साथ सड़क पर यात्राएं निकली और आयुर्वेद दिवस के संदेश को जन-जन तक पहुँचाया।
- भारतीय दूतावासों में बैठक कर, प्रदेश सरकारों और आयुष मंत्रालय ने स्वास्थ्य शिविर और रैलियों का आयोजन कर के स्वयं सेवी संस्थाओं इत्यादि के माध्यम से इस अभियान की पहुँच को करोड़ों लोगों तक पहुंचाया।
‘आयुर्वेद दिवस’ के आयोजन की नोडल एजेंसी सीसीआरएएस:
- ‘आयुर्वेद दिवस’ के आयोजन की नोडल एजेंसी सीसीआरएएस (सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेस) ने www.ayurvedaday.org.in एक माइक्रो वेबसाइट विकसित की।
- विश्व भर के लोगों को इस वेबसाइट के माध्यम से ‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ अभियान से डिजिटल रूप से जोड़ा गया।
‘आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ’ अभियान में इन संस्थाओं की रही महत्वपूर्ण भूमिका:
- इस अभियान को सफल बनाने में सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेस, आरसीएफसी (रीजनल कम फेसिलिटेशन सेंटर)/एसएमपीबी (स्टेट मेडिसिनल प्लांट बोर्ड) और आईसीएआर (इंडियन काउंसिल ऑफ ऐग्रिकल्चर रिसर्च), केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान दिल्ली और पटियाला, राष्ट्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, लखनऊ इत्यादि संस्थाओं ने अपना सहयोग दिया।