प्रतिष्ठित भारतीय डेयरी ब्रांड अमूल, संयुक्त राज्य अमेरिका में अपने उत्पाद का निर्माण करके अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय परिचालन शुरू करेगा। अमूल ब्रांड का स्वामित्व गुजरात सहकारी दूध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) के पास है। अमूल की टैगलाइन है "टैस्ट ऑफ इंडिया "।
गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता के अनुसार, अमूल मिशिगन मिल्क प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के साथ साझेदारी में संयुक्त राज्य अमेरिका में अपना ताजा दूध उत्पाद लॉन्च करेगा। मिशिगन मिल्क प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन संयुक्त राज्य अमेरिका की सबसे पुरानी डेयरी सहकारी समितियों में से एक है।
गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ भारत में डेयरी उत्पादों का सबसे बड़ा निर्यातक है। यह पश्चिम एशिया, यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका के 50 से अधिक देशों में एजेंटों के माध्यम से अपने उत्पाद का निर्यात करता है, जहां बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी रहते हैं।
हालाँकि यह पहली बार होगा कि अमूल अपने उत्पाद का निर्माण भारत के बाहर करेगा।
भारत में अमूल और श्वेत क्रांति की कहानी
- अमूल का स्वामित्व गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ के पास है। गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ गुजरात में स्थित भारत का सबसे बड़ा खाद्य उत्पाद विपणन संगठन है। यह गुजरात की डेयरी सहकारी समितियों का शीर्ष विपणन निकाय है।
- अमूल की उत्पत्ति 1946 में दो ग्राम डेयरी सहकारी समितियों द्वारा कैरा जिला सहकारी दूध उत्पादक संघ लिमिटेड के गठन में निहित है।
- कैरा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड का मुख्यालय आनंद, गुजरात में है। यहाँ के किसानों ने आनंद मिल्क यूनियन लिमिटेड का गठन किया जो लोकप्रिय रूप से अमूल के नाम से जाना जाता है।
- डॉ. वर्गीस कुरियन के प्रेरित नेतृत्व में, अधिक से अधिक ग्रामीण सहकारी समितियां कैरा सहकारी समितियों में शामिल हुईं और अमूल मजबूत से मजबूत होता चला गया।
- अमूल की सफलता से प्रेरित होकर, तत्कालीन प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने निर्णय लिया कि भारत को दूध और डेयरी उत्पादों में आत्मनिर्भर बनाने के लिए डेयरी सहकारी के अमूल मॉडल को पूरे भारत में दोहराया जाएगा।
एनडीडीबी और डॉ. वर्गीस कुरियन की भूमिका
- 1965 में भारत सरकार ने सफल अमूल सहकारी मॉडल की नकल करने के मूल उद्देश्य से राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की स्थापना की।
- डॉ. वर्गीज कुरियन को देश भर में सफल अमूल मॉडल को दोहराने के आदेश के साथ एनडीडीबी का अध्यक्ष बनाया गया था।
- वर्गीज कुरियन के नेतृत्व में एनडीडीबी ने भारत में ऑपरेशन फ्लड शुरू किया, जिसने भारत को दुनिया में दूध का सबसे बड़ा उत्पादक बना दिया है।
- दूध और डेयरी उत्पादों के उत्पादन में आई इस क्रांतिकारी उछाल को श्वेत क्रांति भी कहा जाता है।
- वर्गीज कुरियन को भारत में श्वेत क्रांति का जनक या मिल्कमैन ऑफ इंडिया भी कहा जाता है।
भारत में दूध उत्पादन
1998 में, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बन गया।
खाद्य एवं कृषि संगठन के अनुसार, 2021-22 में विश्व दुग्ध उत्पादन में भारत का योगदान 24% था।
2022-23 के दौरान देश में दूध उत्पादन 230.58 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो पिछले 5 वर्षों में 22.81% की वृद्धि है।
2022-23 के दौरान सर्वाधिक दूध उत्पादक राज्य
- कुल दूध उत्पादन में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी 15.72% है
- राजस्थान (14.44%),
- मध्य प्रदेश (8.73%),
- गुजरात (7.49%), और
- आंध्र प्रदेश (6.70%).