केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 22 अक्टूबर 2024 को आनंद, गुजरात में आयोजित राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के हीरक जयंती समारोह और त्रिभुवनदास पटेल की जयंती की अध्यक्षता की। हीरक जयंती ,किसी संगठन की 60वीं वर्षगांठ को संदर्भित करती है। आनंद, एनडीडीबी का मुख्यालय है। केंद्रीय पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस समारोह में उपस्थित थे।
अमित शाह ने आनंद में मदर डेयरी की 210 करोड़ रुपये की फल एवं सब्जी प्रसंस्करण इकाई का शिलान्यास किया और साथ ही उन्होंने दो घी ब्रांड-, उत्तराखंड का बद्री गाय घी और अमूल का गिर घी का भी शुभारंभ
किया। बद्री घी हिमालयी नस्ल की गाय बद्री के दूध से बनाया जाता है और गिर घी गुजरात के गिर जंगल में पाई जाने वाली गिर गाय के दूध से बनाया जाता है।
अमित शाह ने डेयरी क्षेत्र में सहकारी आंदोलन के संस्थापक के रूप में त्रिभुवनदास पटेल की भूमिका को स्वीकार किया, जिसके कारण देश में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की स्थापना हुई और ऑपरेशन फ्लड की शुरुआत हुई।
ऑपरेशन फ्लड की सफलता ने 1998 से भारत को दुनिया में दूध का सबसे बड़ा उत्पादक देश बना दिया है।
ऑपरेशन फ्लड की सफलता से देश में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 1970 में 40 किलोग्राम प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष से बढ़कर 2023 में 167 किलोग्राम प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष हो गई है।
भारत की पहली डेयरी सहकारी समिति, कैरा डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर्स यूनियन लिमिटेड की स्थापना 1946 में सरदार वल्लभ भाई पटेल से प्रेरित होकर आनंद, गुजरात के किसानों द्वारा की गई थी। त्रिभुवनदास पटेल सहकारी समिति के संस्थापक अध्यक्ष थे, जो बाद में अमूल डेयरी के रूप में प्रसिद्ध हुई।
डॉ वर्गीस कुरियन 1950 में अमूल में शामिल हुए और उनके पेशेवर नेतृत्व में, अमूल, एक बेहद सफल डेयरी ब्रांड बन गया।
1964 के दौरान तत्कालीन प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने आनंद में अमूल डेयरी का दौरा किया और अमूल की सफलता से प्रभावित होकर, उन्होंने निर्णय लिया कि भारत को दूध और डेयरी उत्पादों में आत्मनिर्भर बनाने के लिए डेयरी सहकारी के अमूल मॉडल को पूरे भारत में दोहराया जाएगा।
1965 में लाल बहादुर शास्त्री सरकार ने अमूल के सफल सहकारी मॉडल के आधार पर राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की स्थापना की।
डॉ. वर्गीज कुरियन को एनडीडीबी का पहला अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
वर्गीज कुरियन के नेतृत्व में एनडीडीबी ने ऑपरेशन फ्लड लॉन्च किया, जिसने भारत को दुनिया में दूध का सबसे बड़ा उत्पादक देश बना दिया है।
दूध और डेयरी उत्पादों के उत्पादन में वृद्धि को श्वेत क्रांति कहा जाता है। श्वेत क्रांति में डॉ. वर्गीस कुरियन के योगदान को स्वीकार करते हुए उन्हें भारत में श्वेत क्रांति का जनक या मिल्कमैन ऑफ इंडिया भी कहा जाता है।
26 नवंबर, डॉ. कुरियन का जन्मदिन को भारत में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाया जाता है।
भारत ने 1998 से संयुक्त राज्य अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है।
विश्व दुग्ध उत्पादन में भारत का योगदान लगभग 25% है।
2022-23 में देश में दूध उत्पादन 230.58 मिलियन टन था।
2022-23 के दौरान सर्वाधिक दूध उत्पादक राज्य थे;