संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनेस्को ने गुजरात के पारंपरिक ‘गरबा’ नृत्य को अपनी सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही ‘गरबा’ नृत्य यूनेस्को की सांस्कृतिक विरासत का दर्जा प्राप्त करने वाला भारत की 15वीं विरासत है।
क्रम |
विरासत |
राज्य |
वर्ष |
1 |
कुटियाट्टम, संस्कृत रंगमंच |
केरल |
2008 |
2 |
वैदिक जप की परंपरा |
भारत |
2008 |
3 |
रामलीला, रामलीला का प्रदर्शन |
भारत |
2008 |
4 |
रम्माण, भारत के गढ़वाल हिमालय का धार्मिक त्योहार और अनुष्ठान रंगमंच |
उत्तराखंड |
2009 |
5 |
छऊ नृत्य |
प. बंगाल, झारखंड, ओडिशा |
2010 |
6 |
कालबेलिया |
राजस्थान |
2010 |
7 |
मुदियेट्टू |
केरल |
2010 |
8 |
लद्दाख का बौद्ध जप |
लद्दाख, जम्मू-कश्मीर |
2012 |
9 |
संकीर्तन (गायन, ढोल बजाना और नृत्य) |
मणिपुर |
2013 |
10 |
जंडियाला गुरु, बर्तन बनाने का पारंपरिक पीतल और तांबे का शिल्प |
पंजाब |
2014 |
11 |
नवरोज |
2016 |
|
12 |
योग |
2016 |
|
13 |
कुम्भ मेला |
2017 |
|
14 |
दुर्गा पूजा |
प. बंगाल |
2021 |
15 |
गरबा नृत्य |
गुजरात |
2023 |
भारत में यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त कुल 42 मूर्त विरासत धरोहर स्थल हैं जिसमें 34 सांस्कृतिक, 7 प्राकृतिक और 1 मिश्रित स्थल शामिल हैं; और 15 अमूर्त सांस्कृतिक विरासतें हैं।