विश्व निवेश रिपोर्ट 2025 के अनुसार, 2024 में एफडीआई में 11% की वैश्विक गिरावट के बीच, भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में 2024 में 1.9% की मामूली गिरावट के साथ 27.55 बिलियन डॉलर दर्ज़ की गई।
2024 के लिए दुनिया में एफडीआई की दिशा और प्रवृत्तियों के नवीनतम आंकड़े संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास (यूएनसीटीएडी) द्वारा अपनी नवीनतम विश्व निवेश रिपोर्ट 2025 में जारी किए गए हैं ।
विश्व निवेश रिपोर्ट यूएनसीटीएडी का एक वार्षिक प्रमुख प्रकाशन है, जो दुनिया में एफ़डीआई के प्रवाह की निगरानी करता है।
इसे पहली बार 1991 में जारी किया गया था।
यूएनसीटीएडी की विश्व निवेश रिपोर्ट 2025 के अनुसार, विश्व के शीर्ष दस एफडीआई प्राप्तकर्ता देश निम्नलिखित हैं।
विश्व में स्थान (2024) |
देश |
एफ़डीआई प्राप्त (2024) सभी अमरीकी डॉलर और बिलियन में |
1 |
संयुक्त राज्य अमेरिका |
279 |
2 |
सिंगापुर |
143 |
3 |
हांगकांग (चीन) |
126 |
4 |
चीन |
116 |
5 |
लक्समबर्ग |
106 |
6 |
कनाडा |
64 |
7 |
ब्राज़िल |
59 |
8 |
ऑस्ट्रेलिया |
53 |
9 |
मिस्र |
47 |
10 |
संयुक्त अरब अमीरात |
46 |
16 |
भारत |
27.55 |
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास (यूएनसीटीएडी)
यूएनसीटीएडी संयुक्त राष्ट्र का एक स्थायी संगठन है।
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास (यूएनसीटीएडी) की स्थापना 1964 में व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीटीएडी) के रूप में की गई थी।
2004 में इसकी 60वीं वर्षगांठ पर इसका नाम बदलकर संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास (अंकटाड) कर दिया गया।
अंकटाड का मुख्य उद्देश्य विकासशील देशों के व्यापार, निवेश और विकास को बढ़ावा देना है।
मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड
अंकटाड विभिन्न रिपोर्टें भी जारी करता है। इनमें से महत्वपूर्ण हैं:
यूएनसीटीएडी /UNCTAD : यूनाइटेड नेशन्स ट्रेड एंड डेव्लपमेंट (United Nations Trade and Development)
एफ़डीआई /FDI: फ़ॉरेन डाइरैक्ट इनवेस्टमेंट (Foreign Direct Investment)
आरबीआई: 2024-25 में देश में शुद्ध एफडीआई में 96.5% की गिरावट