77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के त्रिपुरा के दो लाभार्थी 15 अगस्त, 2023 को दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले में विशेष अतिथि के रूप में आतंत्रित किया गया।
पीएम-किसान सम्मान योजना के दो लाभार्थी, पश्चिम त्रिपुरा जिले के मोहनपुर ब्लॉक के अंतर्गत पूर्वी नारायणपुर के रहने वाले नांटू सूत्रधर तथा धलाई जिले के थलबारीपारा, छोटा सूरमा के रहने वाले रणबीर देबबर्मा हैं।
योजना के पचास लाभार्थी, अपने परिवारों के साथ, लगभग 1,700 व्यक्तियों में से हैं, जिन्हें प्रतिष्ठित स्मारक की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन को सुनने के लिए आमंत्रित किया गया है।
पूरे भारत में जीवन के सभी क्षेत्रों से लोगों को आमंत्रित करने और समारोहों का हिस्सा बनने की पहल सरकार द्वारा 'जनभागीदारी' के अपने दृष्टिकोण के अनुरूप की गई है।
पीएम-किसान योजना को भारत सरकार ने 24 फरवरी, 2019 को आरंभ किया गया था।
यह भारत सरकार से पूर्णतः वित्त पोषण के साथ एक केंद्रीय प्रायोजित योजना है।
पीएम-किसान योजना का उद्देश्य प्रत्येक फसल चक्र के अंत में प्रत्याशित कृषि आय के अनुरूप उचित फसल स्वास्थ्य और पैदावार सुनिश्चित करने के लिये विभिन्न आदानों की खरीद संबंधी छोटे एवं सीमांत किसानों की वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करना है।
इस तरह के खर्चों को पूरा करने के लिये उन्हें साहूकारों के चंगुल से बचाना तथा खेती की गतिविधियों में उनकी निरंतरता सुनिश्चित करना।
इसके तहत पात्र लाभार्थी किसान परिवारों को 6,000 रुपए प्रति वर्ष का वित्तीय लाभ प्रदान किया जाता है, जो प्रत्येक चार महीने की अवधि में 2,000 रुपए की तीन समान किश्तों में सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में दिया जाता है।
यह योजना शुरू में उन छोटे एवं सीमांत किसानों के लिए थी, जिनके पास 2 हेक्टेयर तक की भूमि थी, लेकिन बाद में इस योजना में सभी भूमिधारक किसानों को शामिल कर लिया गया।
27 जुलाई को इस योजना के तहत 8.5 करोड़ किसानों के खाते में पीएम किसान योजना की 14वीं किस्त भेज दी गई है।