Home > Current Affairs > National > RBI approves Ajith Kumar K.K. as MD of Dhanlaxmi Bank

आरबीआई ने अजीत कुमार के.के. को धनलक्ष्मी बैंक के एमडी के रूप में मंजूरी दी

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
RBI approves Ajith Kumar K.K. as MD of Dhanlaxmi  Bank Appointment 4 min read

धनलक्ष्मी बैंक के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अजित कुमार के.के. को तीन साल की अवधि के लिए बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के रूप में  नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। । बैंकिंग अधिनियम के तहत ,अजित कुमार के.के. का नाम धनलक्ष्मी बैंक ने आरबीआई को प्रस्तावित किया था। आरबीआई के तरफ से यह अनुमति आरबीआई के बैंकिंग परिचालन और विकास विभाग ने धनलक्ष्मी बैंक के एमडी और सीईओ के रूप में अजित कुमार के.के. के नाम को मंजूरी दी थी।

आरबीआई के बैंकिंग परिचालन और विकास विभाग से औपचारिक अनुमोदन के बाद, अजित कुमार के.के. के नाम को धनलक्ष्मी बैंक के निदेशक मंडल और शेयरधारकों द्वारा अनुमोदित किया जाना आवश्यक है।

अजित कुमार के.के. धनलक्ष्मी बैंक के वर्तमान एमडी और सीईओ, शिवन जे.के. का स्थान लेंगे।

आरबीआई  का बैंकिंग परिचालन और विकास विभाग

1949 का बैंकिंग विनियमन अधिनियम, आरबीआई को भारत के वाणिज्यिक बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों(लोकल एरिया बैंक) का नियामक और पर्यवेक्षक बनाता है। वाणिज्यिक बैंकों में भारत सरकार के स्वामित्व वाले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, भारतीय निजी क्षेत्र के बैंक और विदेशी बैंक शामिल हैं। वाणिज्यिक बैंकों की श्रेणी में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, भुगतान बैंक और लघु वित्त बैंक भी शामिल हैं।

आरबीआई के बैंकिंग संचालन और विकास विभाग को बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949, भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 और अन्य संबंधित अधिनियमों में निहित नियामक प्रावधानों के तहत वाणिज्यिक बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को विनियमित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

आरबीआई का बैंकिंग संचालन और विकास विभाग,बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 के धारा 10बी और 35बी के तहत अंशकालिक अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक/पूर्णकालिक अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की नियुक्ति और उनकी नियुक्तियों को नियंत्रित करने वाले नियमों और शर्तों के लिए भारतीय निजी क्षेत्र के बैंकों के प्रस्तावों को मंजूरी देता है।

अजित कुमार के.के. के बारे में

अजित कुमार के.के. के पास  36 वर्षों से अधिक का बैंकिंग अनुभव है। वह वर्तमान में निजी क्षेत्र के फेडरल बैंक में मुख्य मानव संसाधन अधिकारी हैं। उन्होंने फेडरल बैंक के विभिन्न क्षेत्रों जैसे ऋण, मानव संसाधन, व्यवसाय, शाखा बैंकिंग इत्यादि में काम किया है।

धनलक्ष्मी बैंक

धनलक्ष्‍मी की स्‍थापना 1927 में केरल के त्रिशूर में की गई थी।  धनलक्ष्मी बैंक निजी क्षेत्र का एक पुराना बैंक है। भारत में, जिन निजी बैंकों का 1969 और 1980 में भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीयकरण नहीं किया गया था, उन्हें पुराने निजी क्षेत्र के बैंकों के रूप में जाना जाता है।

यह 1977 में एक अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक बन गया।

 वर्तमान में, बैंक की 261 शाखाएँ और 282 एटीएम हैं।

बैंक का मुख्यालय: त्रिशूर, केरल

एमडी और सीईओ: शिवन जे.के

टैगलाइन: तन  मन धन

FAQ

उत्तर: अजित कुमार के.के

उत्तर: बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 10बी और 35बी

उत्तर: त्रिशूर, केरल

उत्तर: बैंकिंग परिचालन और विकास विभाग।
Leave a Review

Today's Article

Utkarsh Classes
DOWNLOAD OUR APP

Utkarsh Classes: Prepare for State & Central Govt Exams

With the trust and confidence of our students, the Utkarsh Mobile App has become a leading educational app on the Google Play Store. We are committed to maintaining this legacy by continually updating the app with unique features to better serve our aspirants.