चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. कंबोज को कृषि विज्ञान के क्षेत्र में एक वैज्ञानिक और विस्तार विशेषज्ञ के रूप में उनके काम की मान्यता के लिए प्रतिष्टित एम.एस. स्वामीनाथन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। ।
- कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में 'वन हेल्थ वन वर्ल्ड' पर आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में यह पुरस्कार प्रदान किया।
- एक विशेष समिति ने प्रोफेसर बी.आर. कम्बोज का चयन किया। कंबोज को कृषि क्षेत्र में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
प्रो. बी.आर. कम्बोज की उपलब्धियाँ कम्बोज
- कुलपति प्रो. बी.आर. कंबोज को किसानों की समस्याओं, जरूरतों और सामाजिक-आर्थिक स्थितियों की गहरी समझ है।
- उनके व्यापक शोध कार्य और विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के साथ सहयोगात्मक विस्तार गतिविधियों पर आधारित उनकी कृषि संबंधित सिफारिशें किसानों के लिए अत्यधिक फायदेमंद साबित हुई हैं।
- प्रोफेसर कंबोज ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं, पुस्तकों और तकनीकी पत्रिकाओं में लगभग 300 शोध पत्र और लेख प्रकाशित किए हैं।
डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन पुरस्कार के बारे में
ट्रस्ट फॉर एडवांसमेंट ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज ने डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन को सम्मानित करने के लिए "कृषि में नेतृत्व के लिए डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन पुरस्कार" नामक एक पुरस्कार की स्थापना की है।
- यह अत्यधिक प्रतिष्ठित पुरस्कार है जिसकी शुरुआत 2004 में हुई। भारत में खाद्य सुरक्षा और स्थिरता सहित कृषि के क्षेत्र में वैश्विक प्रभाव डालने वाले प्रतिष्ठित व्यक्तियों के आजीवन योगदान को मान्यता देने के उद्देश्य से यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
- पहला पुरस्कार भारत के तत्कालीन माननीय राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम द्वारा शांति के लिए नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. नॉर्मन ई. बोरलॉग को 15 मार्च 2005 को प्रदान किया गया था।
- पिछले वर्ष, तेरहवां पुरस्कार 19 अगस्त, 2023 को एसएम सहगल फाउंडेशन (भारत) और सहगल फाउंडेशन (यूएसए) के संस्थापक डॉ. सुरिंदर (सूरी) एम. सहगल को प्रदान किया गया था।
मनकोम्बु संबासिवन स्वामीनाथन (एमएस स्वामीनाथन) का 28 सितंबर 2023 को निधन हो गया।
एमएस स्वामीनाथन को भारतीय हरित क्रांति का जनक माना जाता है जबकि डॉ. नॉर्मन ई. बोरलॉग को हरित क्रांति का जनक माना जाता है।