राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उज्ज्वल निकम, सी. सदानंदन मास्टर, हर्षवर्धन श्रृंगला और डॉ. मीनाक्षी जैन को राज्यसभा की सदस्यता की शपथ लेने की तिथि से छह वर्ष की अवधि के लिए राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किया है। इस आशय की अधिसूचना केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा 12 जुलाई 2025 को जारी की गई।
संविधान के अनुच्छेद 80 के अनुसार, राज्यसभा की कुल सदस्य संख्या 250 है।
भारत के राष्ट्रपति द्वारा 12 सदस्यों को मनोनीत किया जाता है, जिन्हें विज्ञान, कला, साहित्य और समाज सेवा जैसे विषयों में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव होता है।
238 सदस्यों का चुनाव 28 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों दिल्ली, जम्मू और कश्मीर तथा पुडुचेरी की विधान सभाओं के सदस्यों द्वारा किया जाता है।
हालाँकि, राज्यसभा की वर्तमान सदस्य संख्या 245 है, जिसमें 233 सदस्य 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
राज्यसभा भारतीय संसद का उच्च सदन है।
राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल छह वर्ष का होता है और एक-तिहाई सदस्य हर दो वर्ष में सेवानिवृत्त होते हैं।
यह एक स्थायी निकाय है जिसे राष्ट्रपति द्वारा भंग नहीं किया जा सकता।
उज्ज्वल निकम पेशे से वकील हैं। 26/11 आतंकी घटना के मामले में महाराष्ट्र सरकार द्वारा सरकारी वकील नियुक्त किए जाने के बाद वे प्रसिद्ध हुए।
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा के दस आतंकवादियों ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई पर हमला किया था, जिसमें 174 लोग मारे गए थे। पाकिस्तान का अजमल कसाब एकमात्र जीवित आतंकवादी पकड़ा गया था। उस पर अदालत में मुकदमा चला, दोषी ठहराया गया और उसे फांसी की सजा सुनाई गई।
उज्ज्वल निकम महाराष्ट्र सरकार के वकील थे जिन्होंने अजमल कसाब को सज़ा दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी ।
उन्होंने भाजपा के टिकट पर मुंबई उत्तर मध्य सीट से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा, जिसमेंलेकिन वे चुनाव हर गए।
वे केरल के एक भाजपा नेता हैं,जिनके 1994 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के कार्यकर्ताओं ने दोनों पैर काट दिए थे।
सदानंद मास्टर एक शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उन्हें उनके सामाजिक कार्यों और समाज में उनके योगदान के लिए नामांकित किया गया है।
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग हिल्स के गोरखा, हर्षवर्धन श्रृंगला, भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी हैं, जिन्होंने 2020 से 2022 तक भारतीय विदेश सचिव के रूप में कार्य किया।
उन्होंने 2023 में भारत के जी-20 प्रेसीडेंसी के मुख्य समन्वयक के रूप में कार्य किया और 2019 से 2020 तक संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय राजदूत भी रहे।
अपने राजदूत कार्यकाल के दौरान, उन्होंने 2019 में टेक्सास में आयोजित "हाउडी मोदी" कार्यक्रम के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
डॉ. मीनाक्षी जैन एक विद्वान, शोधकर्ता और इतिहासकार हैं। वे दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में इतिहास की एसोसिएट प्रोफेसर थीं।
उन्होंने भारतीय धर्म और सभ्यता पर कई पुस्तकें लिखी हैं और वर्तमान में भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद की वरिष्ठ फेलो हैं।
उनकी विद्वतापूर्ण रचनाएँ मध्यकालीन और प्रारंभिक आधुनिक भारत में सांस्कृतिक और धार्मिक विकास पर केंद्रित हैं।
उन्हें 2020 में भारत सरकार द्वारा भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।