प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर 2024 को नई दिल्ली में आईसीए वैश्विक सहकारी सम्मेलन 2024 का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने साल भर चलने वाले संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 समारोह की भी शुरुआत की।
भारत पहली बार, अंतरराष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (आईसीए) वैश्विक सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। यह 25 से 30 नवंबर 2024 तक नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
आईसीए दुनिया भर की सहकारी समितियों का शीर्ष निकाय है और इसकी स्थापना 1895 में हुई थी। आईसीए वैश्विक सम्मेलन आईसीए का वार्षिक सम्मेलन है जिसमें आईसीए के सभी सदस्य, सहकारी आंदोलनों से जुड़े लोग, शिक्षाविद आदि भाग लेते हैं।
आईसीए वैश्विक सहकारी सम्मेलन का विषय है "सहकारिता सभी के लिए समृद्धि का निर्माण करती है।"
यह विषय इस तथ्य पर प्रकाश डालता है कि सहकारी समितियाँ जन-केंद्रित, उद्देश्य-आधारित और प्रगति-संचालित उद्यम हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में आईसीए वैश्विक सहकारी सम्मेलन का उद्घाटन किया।
भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे और फिजी के उप प्रधानमंत्री मनोआ कामिकामिका के साथ 100 से अधिक देशों के 3,000 प्रतिनिधि मौजूद थे।
आईसीए वैश्विक सहकारी सम्मेलन का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता गठबंधन (आईसीए) द्वारा किया जा रहा है और इसकी मेजबानी इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) कर रहा है।
इसे केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय और भारत की 18 अन्य सहकारी संस्थाओं जैसे अमूल, कृषक भारती कोऑपरेटिव लिमिटेड (कृभको) आदि द्वारा समर्थन दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधिकारिक तौर पर संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 का भी शुभारंभ किया। पूरे विश्व में , आज से अगले एक वर्ष चलने वाले उत्सव में समाज पर सहकारी समितियों के प्रभाव, सहकारी आंदोलन को मजबूत करने और सभी के जीवन को बेहतर बनाने के लिए सहकारी समितियों की उपलब्धियों और कार्यों पर विचार किया जाएगा।
यह संयुक्त राष्ट्र का दूसरा अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2012 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के रूप में घोषित किया था।
संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 का विषय "सहकारिता एक बेहतर विश्व का निर्माण करती है" है।
इसकी स्थापना 9 अगस्त 1895 को लंदन, इंग्लैंड में प्रथम सहकारी कांग्रेस के दौरान हुई थी।
रोशडेल पायनियर्स को सहकारिता का जनक माना जाता है जिसने 1844 ने लंकाशायर, इंग्लैंड में आधुनिक सहकारी आंदोलन की स्थापना की थी ।
सदस्य
वर्तमान में, 110 देशों में 313 सदस्य संगठन हैं।
आईसीए अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहकारी समितियों से बना है: कृषि, बैंकिंग, बीमा, उपभोक्ता, स्वास्थ्य, आवास, मत्स्य पालन, और उद्योग और सेवाएँ।
मुख्यालय: ब्रुसेल्स, बेल्जियम
आईसीए के अध्यक्ष: अर्जेंटीना के एरियल एनरिक ग्वारको