प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर 2024 को बिहार के जमुई जिले में चौथे जनजातीय गौरव दिवस और बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में शामिल हुए। इस समारोह के दौरण प्रधान मंत्री ने आदिवासी कल्याण के लिए, 6600 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया किया।
समारोह के दौरान बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
आदिवासी नेता और स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 को झारखंड के उलिहातु गांव में हुआ था। स्थानीय आदिवासी आबादी उन्हें भगवान मानती है।
इस वर्ष बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती है और भारत सरकार केंद्रीय जनजातीय मंत्रालय के माध्यम से देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
चौथे जनजातीय गौरव दिवस पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न आदिवासी कल्याण परियोजनाओं का शुभारंभ/शिलान्यास किया।
2021 से देश में हर साल देश में 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
15 नवंबर को इसलिए चुना गया क्योंकि यह बिरसा मुंडा की जयंती है, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ छोटा नागपुर क्षेत्र में आदिवासियों का नेतृत्व किया था।
जनजातीय गौरव दिवस देश के स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासियों द्वारा किए गए संघर्ष और बलिदान का सम्मान करता है और उन्हें याद करता है।
यह दिन आदिवासी समुदायों के इतिहास, संस्कृति और विरासत का सम्मान और जश्न मनाता है। भारत की स्वतंत्रता और प्रगति में उनके महत्वपूर्ण योगदान की एकता, गौरव और मान्यता को बढ़ावा देने के लिए देश भर में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
और पढ़ें- पीएम मोदी ने झारखंड में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत की