भारत में हल्दी और हल्दी उत्पादों के विकास और उत्पादन को बढ़ावा देने के प्रयास में भारत सरकार ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की स्थापना की है। भारत दुनिया में हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक देश है जिसे भारतीय केसर या स्वर्ण मसाले (गोल्डन स्पाइस) के नाम से भी जाना जाता है।
4 अक्टूबर 2023 को भारत सरकार ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के गठन को अधिसूचित किया था लेकिन इसका औपचारिक उद्घाटन 14 जनवरी 2025 को पीयूष गोयल द्वारा किया गया।
राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का उद्घाटन और मुख्यालय
- राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का उद्घाटन केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया।
- राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का मुख्यालय निजामाबाद, तेलंगाना में स्थित है।
- भारत से हल्दी के निर्यात में लगभग 30% योगदान तेलंगाना का है।
राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड किस मंत्रालय के अधीन है?
- राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के वाणिज्य विभाग के अधीन है।
राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के अध्यक्ष और संरचना
हल्दी बोर्ड के अध्यक्ष की नियुक्ति भारत सरकार द्वारा की जाती है। हल्दी बोर्ड के पहले अध्यक्ष पल्ले गंगा रेड्डी हैं।
बोर्ड के अन्य सदस्य
- बोर्ड में केंद्रीय आयुष मंत्रालय, फार्मास्यूटिकल्स विभाग, केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय और केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के सदस्य होंगे।
- तीन प्रमुख हल्दी उत्पादक राज्यों के प्रतिनिधि (रोटेशन के आधार पर)
- हल्दी शोध में शामिल चुनिंदा राष्ट्रीय/राज्य संस्थान, हल्दी किसानों और निर्यातकों के प्रतिनिधि,
- वाणिज्य विभाग,भारत सरकार द्वारा नियुक्त सचिव
राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का कार्य
बोर्ड का मुख्य कार्य निम्नलिखित है;
- नए हल्दी उत्पादों के विकास और मूल्य संवर्धन में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देकर निर्यात को बढ़ावा देना, तथा विदेशों में विपणन के लिए रसद और आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ावा देना है।
- हल्दी के आवश्यक और औषधीय गुणों के बारे में जागरूकता पैदा करना।
- उच्च गुणवत्ता वाली हल्दी और हल्दी उत्पादों के निर्यातक के रूप में विश्व बाजार में भारत की स्थिति बनाए रखने के लिए हल्दी उत्पादन और निर्यात के गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करना।
- मूल्य संवर्धन से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए हल्दी उत्पादकों की क्षमता निर्माण और कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करना।
हल्दी उत्पादन और भारत
भारत दुनिया में हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, निर्यातक और उपभोक्ता देश है।
निर्यात
- 2023-24 में भारत से हल्दी का कुल निर्यात 1.62 लाख टन था, जिसकी कीमत 1875.86 करोड़ रुपये या 226.5 मिलियन डॉलर थी।
- 2023-24 में भारतीय हल्दी के शीर्ष खरीदार बांग्लादेश था , उसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), मलेशिया और संयुक्त राज्य अमेरिका थे।
- भारत सरकार ने 2030 तक हल्दी के 8000 करोड़ रुपये के निर्यात का लक्ष्य रखा है।
हल्दी का उत्पादन
- भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार, 2023-24 में हल्दी का कुल अनुमानित उत्पादन 1074526 टन है।
- भारत में शीर्ष हल्दी उत्पादक राज्य थे; महाराष्ट्र (325643 टन), उसके बाद तेलंगाना (117049 टन), कर्नाटक (129399 टन), तमिलनाडु (114141 टन), और तमिलनाडु (88649 टन)।
- भारत के 20 राज्यों में हल्दी की लगभग 30 किस्में उगाई जाती हैं।