उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस को राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी (एनजेसी), भोपाल का नया निदेशक नियुक्त किया है। उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सेवानिवृत्त न्यायाधीश के सम्मान में 10 अप्रैल को आयोजित औपचारिक पीठ के दौरान नियुक्ति की घोषणा की थी।
राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी (एनजेए) के बारे में:
- सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत 1993 में स्थापित एनजेए, भोपाल में स्थित एक स्वतंत्र सोसायटी है। एनजेए पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है।
- एनजेए भारत के सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के तहत काम करती है।
- एनजेए का अधिदेश न्यायाधीशों को उनकी निर्णायक भूमिका और अदालत प्रशासन कार्य के निष्पादन में सहायता के लिए प्रशिक्षण आयोजित करना है।
- एनजेए के कामकाज को नियंत्रित करने के लिए गवर्निंग काउंसिल (जीसी) और जनरल बॉडी (जीबी) की स्थापना की जाती है। भारत के मुख्य न्यायाधीश एनजेए के जीसी और जीबी दोनों के अध्यक्ष हैं।
एनजेए द्वारा आयोजित मुख्य प्रशिक्षण कार्यक्रम:
- राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी ने 2017 से फरवरी 2023 तक कुल 347 शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किए।
- इनमें 12055 न्यायाधीशों, न्यायिक अधिकारियों, उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों, न्यायाधिकरणों के सदस्यों और विदेशी न्यायाधीशों ने भाग लिया।
- इनमें क्षेत्रीय सम्मेलन और विशेष कार्यक्रम शामिल हैं जो राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी के प्रमुख कार्य हैं। 2017 से फरवरी 2023 तक 19 समाचार पत्र प्रकाशित किये गये हैं। एनजेए का समाचार पत्र अकादमी की शैक्षणिक गतिविधियों को भी कवर करता है।
न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस के बारे में:
- अनिरुद्ध बोस का जन्म 11 अप्रैल, 1959 को कोलकाता में हुआ। जस्टिस बोस ने कोलकाता के सेंट लॉरेंस हाई स्कूल से हायर सेकेंडरी की परीक्षा उत्तीर्ण की और सुरेंद्रनाथ लॉ कॉलेज से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की थी। अपने नामांकन के बाद, अनिरुद्ध बोस ने 1985 में कलकत्ता उच्च न्यायालय में संवैधानिक, नागरिक और बौद्धिक संपदा मामलों पर अभ्यास शुरू किया।
- जनवरी 2004 में उन्हें कलकत्ता उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
- 11 अगस्त, 2018 को उन्हें झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया।
- न्यायमूर्ति बोस को 24 मई, 2019 को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था।
- न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस 10 अप्रैल 2024 को उच्चतम न्यायालय से सेवा निवृत हो गए हैं।
- जस्टिस बोस को विदाई देते हुए चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने उन्हें न्यायिक अकादमी के निदेशक के पद के लिए बिल्कुल उपयुक्त कहा।
- जस्टिस अनिरुद्ध बोस एक शास्त्रीय बंगाली परिवार से आते हैं। वे साहित्य, इतिहास, राजनीति, भाषा विज्ञान में गहरी रुचि के साथ एक उत्साही पाठक हैं। साथ ही वे एक शानदार न्यायाधीश रहे हैं, बल्कि 2004 में कलकत्ता हाईकोर्ट में पदोन्नत होने से पहले, वह एक पेशेवर वकील भी थे। उनके पास पदोन्नति से पहले एक बौद्धिक संपदा कानून फर्म में काम करने का भी अनुभव प्राप्त है।