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अंतर्राष्ट्रीय क्षुद्रग्रह दिवस और इसकी पृष्ठभूमि

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
International Asteroid Day 2024 and its Background Important Day 4 min read

2017 से हर साल 30 जून को अंतर्राष्ट्रीय क्षुद्रग्रह दिवस के रूप में मनाया जाता है।  यह दिन पृथ्वी और इसकी आबादी के लिए क्षुद्रग्रहों या धूमकेतु जैसी निकट-पृथ्वी वस्तुओं (एनईओ )द्वारा उत्पन्न खतरे के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। इसका उद्देश्य पृथ्वी के निकट किसी विश्वसनीय निकट-पृथ्वी वस्तुओं के खतरे की स्थिति में वैश्विक स्तर पर की जाने वाली संचार कार्रवाइयों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना भी है।

अंतर्राष्ट्रीय क्षुद्रग्रह दिवस की पृष्ठभूमि 

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 6 दिसंबर 2016 को एक प्रस्ताव पारित कर 30 जून को अंतर्राष्ट्रीय क्षुद्रग्रह दिवस घोषित किया।

30 जून को इसलिए चुना गया क्योंकि इसी दिन 1908 में एक क्षुद्रग्रह रूस के साइबेरिया में तुंगुस्का नदी क्षेत्र पर गिरा था  जिससे 2,150 वर्ग किमी क्षेत्र तबाह हो गया था। यह मानव इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा क्षुद्रग्रह प्रभाव दर्ज किया गया है।

पहला अंतर्राष्ट्रीय क्षुद्रग्रह दिवस 30 जून 2017 को मनाया गया था।

क्षुद्रग्रह और धूमकेतु क्या होते हैं? 

क्षुद्रग्रह वे खगोलीय पिंड हैं जो आकार में छोटे, चट्टानों से बने होते हैं और मुख्य रूप से मंगल और बृहस्पति के बीच एक बेल्ट में पाए जाते हैं।

धूमकेतु भी धूल और बर्फ से बने आकाशीय पिंड हैं जो सूर्य की परिक्रमा करते हैं।  जैसे-जैसे वे सूर्य के निकट आते हैं, उनकी बर्फ पिघलती है और गैसों की एक पूँछ बन जाती है। 

कुछ धूमकेतु कुइपर बेल्ट में उत्पन्न होते हैं, जो वरुण ग्रह की कक्षा से परे है।  इन्हें अल्पावधि धूमकेतु कहा जाता है।

कुछ धूमकेतु ऊर्ट क्लाउड में उत्पन्न होते हैं, जो हमारे सौर मंडल के बाहरी किनारे पर स्थित है। इन धूमकेतुओं को लंबी दूरी के धूमकेतु कहा जाता है।

पृथ्वी के निकट की वस्तुएं पृथ्वी के लिए संभावित रूप से बहुत खतरनाक हैं। कई क्षुद्रग्रह वायुमंडल में जल जाते हैं, लेकिन कुछ इतने बड़े होते हैं कि पृथ्वी पर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं, जिससे बड़े पैमाने पर क्षति हो सकती है।

तुंगुस्का धमाका

इतिहास में दर्ज . पृथ्वी पर सबसे बड़ा दर्ज क्षुद्रग्रह प्रभाव 30 जून 1908 को साइबेरिया के ऊपर था, जिसे "तुंगुस्का विस्फोट" के रूप में भी जाना जाता है। पोडकामेन्नाया तुंगुस्का नदी के ऊपर साइबेरिया में एक कम आबादी वाले क्षेत्र में एक बड़ा विस्फोट हुआ। इसने अपने 2,150 वर्ग किमी के प्रभाव क्षेत्र में इतनी  ऊर्जा जारी की की उस क्षेत्र  में पाए जाने वाले सभी  जानवरों की आबादी  ख़तम हों गयी और लगभग  80 मिलियन पेड़ों को समतल कर दिया।

भविष्य के क्षुद्रग्रह प्रभाव से निपटने का प्रयास

 निकट-पृथ्वी वस्तुओं का पृथ्वी पर संभावित खतरे को देखते हुए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ने 24 नवंबर 2021 को मिशन डार्ट (डबल क्षुद्रग्रह पुनर्निर्देशन परीक्षण) प्रक्षेपित किया । 

प्रायोगिक मिशन ने अंतरिक्ष में एक क्षुद्रग्रह को अपने मार्ग से दूसरी दिशा की और मोड़ने का प्रयास किया ताकि इसे अपने पथ से विचलित किया जा सके। नासा के अनुसार, मिशन सफल रहा, और डार्ट अंतरिक्ष यान  को नासा द्वारा जानबूझकर डिमोर्फोस क्षुद्रग्रहों के साथ दुर्घटनाग्रस्त किया गया।

FAQ

उत्तर: 30 जून को

उत्तर: 30 जून 2017

उत्तर: वे आकाशीय पिंड हैं जो आकार में छोटे, चट्टानों से बने होते हैं और मुख्य रूप से मंगल और बृहस्पति के बीच एक बेल्ट में पाए जाते हैं।

उत्तर: यह बर्फ और धूल से बना एक आकाशीय पिंड है और जो कुइपर बेल्ट और ऊर्ट बादलों में उत्पन्न होता है।
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