बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 अगस्त 2023 को पटना में भारत के सबसे बड़े परीक्षा केंद्र 'बापू परीक्षा परिसर' का उद्घाटन किया। नीतीश कुमार ने इस अवसर पर बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) के लिए सुधार रोडमैप के दूसरे चरण का भी शुभारंभ किया। नीतीश कुमार ने अगस्त 2020 में बीएसईबी के बापू परीक्षा परिसर की आधारशिला रखी थी ।
बापू परीक्षा परिसर की विशेषता
- बापू परीक्षा परिसर पांच एकड़ भूमि में फैला हुआ है, इसका निर्माण 202 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
- वर्तमान में 16,600 से अधिक उम्मीदवार एक समय में परिसर में परीक्षा दे सकते हैं । यहाँ पर 3,500 की बैठने की क्षमता के साथ ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने की भी व्यवस्था है।
- वर्तमान में परिसर में दो पांच मंजिला ब्लॉक हैं। आने वाले महीनों में एक तीसरा ब्लॉक जोड़े जाने की उम्मीद है, जिससे बैठने की क्षमता बढ़कर 20,000 हो जाएगी।
- बापू परीक्षा परिसर में 44 बड़े परीक्षा हॉल और यहां तैनात अधिकारियों के लिए 12 आवासीय क्वार्टर हैं। परिसर में 28 पुरुष और 28 महिला सुरक्षा कर्मियों के लिए आवास की व्यवस्था भी की गई है। परीक्षा हॉल सहित पूरी सुविधा की निगरानी सीसीटीवी कैमरों और एक केंद्रीकृत नियंत्रण कक्ष की मदद से की जाएगी।
- बीएसईबी द्वारा आयोजित माध्यमिक और उच्च माध्यमिक बोर्ड परीक्षाओं के अलावा, बापू परीक्षा परिसर का उपयोग वर्ष भर बिहार लोक सेवा आयोग, बिहार कर्मचारी चयन आयोग, बिहार तकनीकी सेवा आयोग और ऐसे अन्य निकायों द्वारा आयोजित परीक्षाओं को आयोजित करने के लिए भी किया जाएगा।
बिहार
22 मार्च 1912 को बिहार और ओडिशा प्रांत को बंगाल से अलग कर दिया गया। बाद में 1935 में बिहार प्रांत को ओडिशा से अलग कर दिया गया।
22 मार्च को बिहार दिवस के रूप में मनाया जाता है।
यह एक भूमि से घिरा हुआ राज्य है जो उत्तर में नेपाल, पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश और दक्षिण में झारखंड से घिरा हुआ है।
प्रशासनिक दृष्टि से राज्य को 9 मंडल, 38 जिला और 8046 पंचायतों में विभाजित किया गया है।
राज्य के राज्यपाल: राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर
मुख्यमंत्री: नीतीश कुमार