निवेशक शिक्षा एवं संरक्षण निधि प्राधिकरण (आईईपीएफए) और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने ग्रामीण महिलाओं में वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए देश में निवेशक दीदी पहल के दूसरे चरण को शुरू करने के लिए नई दिल्ली में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। निवेशक दीदी का पहला चरण वित्तीय वर्ष 2022-23 में शुरू किया गया था।
निवेशक दीदी कौन हैं?
- निवेशक दीदी इंडिया पोस्ट,जो इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक का मालिक है, की प्रशिक्षित महिला डाकिया (महिला डाक कर्मचारी) हैं।
- निवेशक दीदी को लक्षित महिला आबादी को पर्याप्त ज्ञान, कौशल, दृष्टिकोण और व्यवहार विकसित करने के लिए शिक्षित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
- इससे लक्षित महिला आबादी अपने पैसे को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने और उनके भविष्य की योजना बनाने के
- अपने पैसे और उसके प्रबंधन के बारे में ज्ञान को वित्तीय साक्षरता के रूप में भी जाना जाता है
निवेशक दीदी पहल के दूसरे चरण का उद्देश्य
- इसमें ग्रामीण, अर्ध-शहरी और वंचित क्षेत्रों की महिलाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- इन क्षेत्रों की महिलाओं को निवेशक दीदी द्वारा जिम्मेदार निवेश, धोखाधड़ी जागरूकता, बचत की आदतें और डिजिटल बैंकिंग टूल के बारे में सिखाया जाएगा।
- पूरे भारत में 4,000 से अधिक वित्तीय साक्षरता शिविर आयोजित किए जाएंगे।
- इन शिविरों का नेतृत्व लगभग 40,000 प्रशिक्षित निवेशक दीदी करेंगी।
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) के बारे में
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) की स्थापना केंद्रीय संचार मंत्रालय के तहत डाक विभाग द्वारा की गई थी।
आईपीपीबी को 30 जनवरी 2017 को रांची (झारखंड) और रायपुर (छत्तीसगढ़) में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया था।
इसका औपचारिक शुभारंभ 1 सितंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
यह भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विनियमित है।
मुख्यालय: नई दिल्ली
बैंक की पंचलाइन: आपका बैंक आपके द्वार
एमडी और सीईओ- आर विश्वेश्वरन
निवेशक शिक्षा एवं संरक्षण निधि प्राधिकरण (आईईपीएफए)
यह भारत सरकार द्वारा 7 सितंबर 2016 को कंपनी अधिनियम 2013 के तहत स्थापित एक वैधानिक निकाय है।
यह केंद्रीय कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
कार्य
- यह निवेशक शिक्षा एवं संरक्षण निधि का प्रबंधन करता है, जिसे कंपनी अधिनियम 1956 के तहत 1999 में स्थापित किया गया था।
- निवेशक शिक्षा एवं संरक्षण निधि का मुख्य उद्देश्य निवेशकों की जागरूकता को बढ़ावा देना और निवेशकों के हितों की सुरक्षा करना है।
- यहां निवेशक का मतलब उन लोगों से है जिन्होंने कंपनियों के शेयरों, डिबेंचर, सावधि जमा आदि में निवेश किया है।