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सुशासन दिवस 2023: तिथि, इतिहास और अटल बिहारी बाजपेयी

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
Good Governance Day 2023: Date, History, & Atal Bihari Vajpayee Important Day 6 min read

प्रति वर्ष 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को ‘सुशासन दिवस’ के रुप में मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य भारत के नागरिकों के मध्य सरकार की जवाबदेहिता के प्रति जागरूकता पैदा करना है।

  • इस वर्ष 2023 में अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती मनाई जा रही है। इस अवसर पर उनके स्मारक 'सदैव अटल' पर देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कई अन्य गणमान्य लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित की।

सुशासन दिवस का इतिहास: 

  • 23 दिसंबर 2014 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और स्वर्गीय मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न से सम्मानित किया गया। साथ ही अटल बिहारी बाजपेयी के जन्म दिवस 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।इसी क्रम में प्रथम सुशासन दिवस 25 दिसंबर 2014 को मनाया गया। 
  • वर्ष 2021 से सुशासन सप्ताह का आयोजन आरंभ किया गया। प्रथम सुशासन सप्ताह का आयोजन 20 से 26 दिसंबर 2021 तक किया गया। जबकि इस वर्ष तीसरा ‘सुशासन सप्ताह’ (19 से 25 दिसंबर तक) मनाया गया। 

सुशासन दिवस 2023 पर प्रमुख कार्यक्रम: 

  • इस अवसर पर देश में कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने नई दिल्ली में सुशासन दिवस का शुभारंभ किया। 

इस अवसर पर आरंभ किए गए प्रमुख कार्यक्रम:   

  • आईजीओटी कर्मयोगी प्लेटफॉर्म पर 3 नई सुविधाओं माई आईजीओटी, ब्‍लेंडेड  प्रोग्राम और क्यूरेटेड प्रोग्राम का शुभारंभ किया गया।
  • डीओपीटी की वार्षिक क्षमता निर्माण योजना (एसीबीपी) के भाग के रूप में 12 डोमेन विशिष्ट ई-लर्निंग क्षमता निर्माण पाठ्यक्रमों की शुरुआत की गई।
  • मध्य प्रबंधन कार्मिकों के लिए विकास (वेरिएबल एंड इमर्सिव कर्मयोगी एडवांस्ड सपोर्ट) नामक क्षमता निर्माण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

माई आईजीओटी के बारे में:  

  • यह एक प्रकार का डिजिटल लर्निंग प्रोग्राम है, जो अधिकारियों को होम पेज पर लक्षित प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रदान करता है। यह सीधे उस अधिकारियों की क्षमता निर्माण आवश्यकताओं को पूरा करता है जो उनके विभागों के लिए क्षमता-निर्माण योजना में चिन्हित किया गया है।
  • इससे, अत्यधिक व्यक्तिगत, केंद्रित और लक्षित क्षमता-निर्माण की सुविधा मिलती है। इससे व्यक्तिगत और संगठनात्मक प्रवीणता की जरूरतों के बीच भी संबंध सुनिश्चित होता है।

ब्‍लेंडेड प्रोग्राम के बारे में:

  • आईजीओटी-कर्मयोगी प्लेटफॉर्म पर यह अधिकारियों की गतिशील प्रशिक्षण जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी स्तरों पर प्रशिक्षण पद्धतियों तक समान पहुंच की सुविधा प्रदान करेंगे।
  • यह पारंपरिक ऑफलाइन (व्यक्तिगत रूप से) कक्षा पाठ्यक्रमों को ऑनलाइन शिक्षण घटकों के साथ जोड़ते हैं।

क्यूरेटेड प्रोग्राम के बारे में: 

  • आईजीओटी कर्मयोगी पर यह विभागों और प्रशिक्षण संस्थानों की विविध शिक्षण जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। 
  • पाठ्यक्रम प्रदाता एक अनुरूप शिक्षण यात्रा प्रदान करने के लिए प्रोग्रामेटिक दृष्टिकोण के साथ आईजीओटी से प्रासंगिक सामग्री, संसाधनों और मूल्यांकन को क्यूरेट करने में सक्षम होंगे।
  • इस अवसर पर जितेन्‍द्र सिंह डीओपीटी के कर्मयोगी डिजिटल लर्निंग लैब (केडीएलएल) द्वारा डीओपीटी की वार्षिक क्षमता निर्माण योजना (एसीबीपी) के भाग के रूप में 12 डोमेन विशिष्ट क्षमता निर्माण ई-लर्निंग पाठ्यक्रम लॉन्च किए गए। 
  • डीओपीटी की वार्षिक क्षमता निर्माण योजना (एसीबीपी) 27 सितंबर 2023 को केन्‍द्रीय मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह ने शुरू की थी। 

कर्मयोगी डिजिटल लर्निंग लैब (केडीएलएल) के बारे में: 

  • सिविल सेवकों की क्षमता निर्माण हेतु ई-लर्निंग पाठ्यक्रम विकसित करने के लिए अगस्त 2021 में राज्‍य मंत्री ने केडीएलएल का उद्घाटन किया था।
  • केडीएलएल का उद्देश्य सही दृष्टिकोण, कौशल और ज्ञान के साथ भविष्य के लिए सिविल सेवा का निर्माण करना है, जो न्यू इंडिया की दृष्टि से जुड़ा हुआ है।
  • केडीएलएल का उद्देश्य भारतीय सिविल सेवकों को और भी अधिक रचनात्मक, सृजनात्मक, नवाचारी, ऊर्जावान, पारदर्शी तथा प्रौद्योगिकी समर्थ बनाते हुए भविष्य के लिए तैयार करना है। 

अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में: 

  • वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहने वाले एक स्कूल शिक्षक के परिवार में हुआ।
  • भारतीय राजनीतिज्ञ अटल बिहारी वाजपेयी भारत के 10वें प्रधानमंत्री (व्यक्ति के तौर पर) थे।
  • भारतीय जनता पार्टी के वाजपेयी प्रथम ऐसे नेता थे जो देश के प्रधानमंत्री बने। 
  • वाजपेयी तीन कार्यकाल तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किए।
  • पहली बार 1996 में 13 दिनों की अवधि के लिए, दूसरी बार 1998 से 1999 तक 13 महीने की अवधि के लिए प्रधानमंत्री बने। तीसरी बार 1999 से 2004 तक पूर्ण कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री बने।
  • अटल बिहारी वाजपेयी की मृत्यु 16 अगस्त 2018 को 93 वर्ष वर्ष की आयु में हुई थी। 

FAQ

Answer:- 25 दिसंबर

Answer:- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर प्रति वर्ष 25 दिसंबर को ‘सुशासन दिवस’ मनाया जाता है।

Answer:- 99वीं जयंती

Answer:- सदैव अटल
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