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चंद्रयान- 4 मिशन दो चरणों में होगा लॉन्च

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
Chandrayaan-4 mission will be launched in two phases Science 4 min read

राष्ट्रीय अंतरिक्ष विज्ञान संगोष्ठी (एनएसएसएस 2024) में इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने जानकारी दी कि इसरो अगला चंद्र मिशन चंद्रयान-4 लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के इस मिशन में पांच अंतरिक्ष यान मॉड्यूल शामिल होंगे। 

चंद्रयान-4 में होंगे पाँच मॉड्यूल:  

  • चंद्रयान-3 के विपरीत चंद्रयान-4 में पाँच मुख्य घटकों को शामिल किया जाएगा। चंद्रयान-4 में उपयोग किए जाने वाले पांच अंतरिक्ष यान मॉड्यूल इस प्रकार से है: 
  • प्रोपल्शन माड्यूल: चंद्रयान-3 की तरह प्रोपल्शन मॉड्यूल अलग होने से पहले चंद्रमा की कक्षा में चंद्रयान-4 का मार्गदर्शन करेगा।
  • डिसेंडर माड्यूल: यह माड्यूल चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर की तरह ही चंद्रमा पर लैंडिंग करेगा।
  • एसेंडर माड्यूल: एक बार नमूने एकत्र हो जाने के बाद एसेंडर माड्यूल लैंडर से बाहर निकल जाएगा और पृथ्वी पर लौटना शुरू कर देगा।
  • ट्रांसफर माड्यूल: यह एसेंडर माड्यूल को चंद्रमा की कक्षा से बाहर निकालने के लिए जिम्मेदार होगा। चट्टान और मिट्टी के नमूनों के साथ कैप्सूल के अलग होने से पहले यह पृथ्वी की ओर वापस आएगा।
  • री-एंट्री माड्यूल: यह कैप्सूल चंद्रमा का चट्टान और मिट्टी के नमूनों के साथ पृथ्वी पर उतरेगा।
  • जबकि चंद्रयान-3 में तीन मुख्य घटक थे: लैंडर, रोवर और प्रोपल्शन मॉड्यूल। 

चंद्रयान-4 दो चरणों में होगा लॉन्च: 

  • चंद्रयान-4 चंद्र मिशन के पांच घटकों को दो चरणों में लॉन्च किया जाएगा। पहले चरण में, चंद्रयान-3 मिशन के समान प्रोपल्शन, डिसेंडर और एसेंडर मॉड्यूल लॉन्च करेगा।
  • दूसरे चरण में, ट्रांसफ़र और री-एंट्री मॉड्यूल को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) पर लॉन्च किया जाएगा। यह पहला मिशन होगा जिसमें एक ही मिशन को पूरा करने के लिए दो लॉन्च वाहन शामिल होंगे।
  • इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया कि भारत का सबसे भारी प्रक्षेपण यान एलवीएम-3 तीन घटकों के साथ लॉन्च होगा। इसमें प्रोपल्शन माड्यूल, डिसेंडर माड्यूल और एसेंडर माड्यूल शामिल होंगे। 
  • इन्हें चंद्रयान-3 मिशन की तरह लॉन्च किया जाएगा। ट्रांसफर माड्यूल और री-एंट्री माड्यूल को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) पर लॉन्च किया जाएगा।
  • इसरो ने अभी तक इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी है कि कौन सी लॉन्चिंग सबसे पहले होगी। 

चंद्रयान-4 मिशन का मुख्य उद्देश्य: 

  • इसरो की चंद्रमा तक की इस यात्रा और वापसी का उद्देश्य चंद्रमा की सतह से चट्टान के नमूने और अन्य नमूने प्राप्त करना। उन्हें वैज्ञानिक अध्ययन के लिए सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाना है। इसके अलावा चंद्रयान-4 मिशन का मुख्य उद्देश्य हैं: 
    • इसरो का लक्ष्य चंद्र सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग करना 
    • चंद्र नमूना कंटेनरीकरण
    • चंद्रमा की सतह से चढ़ना
    • चंद्र कक्षा में डॉकिंग और अनडॉकिंग
    • नमूनों को एक मॉड्यूल से दूसरे में स्थानांतरित करना
    • पृथ्वी पर वापसी और पुनः प्रवेश करना।

FAQ

उत्तर : दो

उत्तर : पाँच

उतर : एलवीएम-3 और पीएसएलवी

उत्तर : चन्द्रमा से नमूने प्राप्त करना
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