सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, भारत में ट्रेन में ऑटोमेटेड टेलर मशीन (एटीएम) लगाने वाला पहला बैंक बन गया है। एटीएम को मुंबई-मनमाड पंचवटी एक्सप्रेस में लगाया गया। यह पहली बार है जब भारतीय रेलवे की किसी ट्रेन में एटीएम लगाया गया है। यह जानकारी, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की।
पंचवटी एक्सप्रेस में बैंक ऑफ महाराष्ट्र का एटीएम
भारतीय रेलवे के अनुसार, पंचवटी एक्सप्रेस में बैंक ऑफ महाराष्ट्र का एटीएम लगाना यात्रियों की सुविधा के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट था। एटीएम को कोच के पिछले हिस्से में एक संशोधित क्यूबिकल में लगाया गया था, जिसका इस्तेमाल, पहले पेंट्री कार के रूप में किया जाता था।
अगर यह प्रयोग सफल रहा तो इसे अन्य ट्रेनों में भी लागू किया जाएगा।
पंचवटी एक्सप्रेस में एटीएम का यह प्रयोग भारतीय रेलवे की अभिनव और गैर-राजस्व विचार योजना का हिस्सा है।
पंचवटी एक्सप्रेस एक इंटरसिटी ट्रेन है जो मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) को नासिक जिले के मनमाड से जोड़ती है। ट्रेन का प्रबंधन भारतीय रेलवे के मध्य रेलवे क्षेत्र द्वारा किया जाता है और यह अपनी सफर साढ़े चार घंटे में तय करती है।
भारत में एटीएम के बारे में
- ग्रेट ब्रिटेन के जॉन शेफर्ड-बैरन को एटीएम का आविष्कार करने का श्रेय दिया जाता है।
- 1967 में, ब्रिटिश बैंक, बार्कलेज, ने विश्व का पहला एटीएम लंदन में स्थापित किया था।
- एक अन्य ब्रिटिश बैंक, एचएसबीसी ने 27 जून, 1987 को मुंबई में भारत में पहला एटीएम स्थापित किया।
- 2004 में, एसबीआई ने केरल के कोच्चि में एर्नाकुलम से वाइपेन तक जाने वाली एक नौका पर भारत का पहला तैरता हुआ एटीएम स्थापित किया था ।
- भारत का सबसे ऊँचा एटीएम, जो 13200 फीट की ऊँचाई पर स्थित है, निजी क्षेत्र के बैंक एक्सिस बैंक द्वारा सिक्किम के नहतु-ला में स्थापित किया गया है।
- भारत का पहला यूपीआई-सक्षम एटीएम जापान की हिताची लिमिटेड की सहायक कंपनी हिताची पेमेंट सर्विसेज द्वारा शुरू किया गया था।
एटीएम क्या है?
- ऑटोमेटेड टेलर मशीन (एटीएम) एक इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग मशीन है जो बैंक ग्राहक को स्मार्ट कार्ड (डेबिट या क्रेडिट कार्ड) के माध्यम से वित्तीय और गैर-वित्तीय सेवाएं प्रदान करती है।
- अब, यूपीआई -सक्षम एटीएम शुरू किया गया है, जिसमें ग्राहक अपने स्मार्टफ़ोन जिस पर यूपीआई ऐप इंस्टॉल किया गया हो , के माध्यम से एटीएम का उपयोग कर सकते हैं, ।
- बैंक खाताधारक,एटीएम के माध्यम से नकदी निकाल या जमा कर सकता है और गैर-वित्तीय लेनदेन -जैसे चेकबुक का अनुरोध करना, खाते की शेष राशि की जांच करना, बिलों का भुगतान करना आदि कर सकता है।
स्वामित्व और संचालन के आधार पर एटीएम के प्रकार
भारत में तीन प्रकार के एटीएम हैं।
बैंक एटीएम
- भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा लाइसेंस प्राप्त बैंक अपने स्वयं के एटीएम स्थापित कर सकते हैं।
- एटीएम पर संबंधित बैंकों के नाम और लोगो होते हैं, और संचालन का प्रबंधन पूरी तरह से संबंधित बैंक द्वारा किया जाता है।
ब्राउन लेबल एटीएम
- ब्राउन लेबल एटीएम वे होते हैं जिन्हें बैंक किसी कंपनी के साथ साझेदारी में स्थापित करता है।
- भागीदार कंपनी एटीएम मशीनों को स्थापित करेगी और उनका स्वामित्व अपने रखेगी, जबकि बैंक एटीएम के नकद प्रबंधन और कनेक्टिविटी के लिए जिम्मेदार होती है।
- एटीएम पर बैंक का नाम और लोगो होगा।
व्हाइट लेबल एटीएम
- व्हाइट लेबल एटीएम का स्वामित्व और संचालन भारत में गैर-बैंकिंग कंपनियों के पास होता है।
- आरबीआई भुगतान और निपटान अधिनियम 2007 के तहत व्हाइट लेबल एटीएम ऑपरेटर को लाइसेंस प्रदान करता है।
- इस पर किसी बैंक का नाम या लोगो नहीं होता है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के बारे में
बैंक ऑफ महाराष्ट्र को 16 सितंबर 1935 को एक निजी बैंक के रूप में स्थापित किया गया था।
इसने 8 फरवरी 1936 को अपना बैंकिंग परिचालन शुरू किया।
भारत सरकार ने 1969 में इसका राष्ट्रीयकरण कर दिया था।
मुख्यालय - पुणे
टैगलाइन- एक परिवार एक बैंक
एमडी और सीईओ: निधु सक्सेना