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थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे उज्बेकिस्तान की चार दिवसीय यात्रा पर हुए रवाना

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
Army Chief General Manoj Pande leaves for 4-day visit to Uzbekistan Visits 7 min read

थल सेना प्रमुख (सीओएएस) जनरल मनोज पांडे उज्बेकिस्तान की चार दिवसीय यात्रा के लिए 15 अप्रैल 2024 को रवाना हुए। सीओएएस जनरल मनोज पांडे की यह यात्रा 15 से 18 अप्रैल 2024 तक रहेगी।

दोनों देशों के मध्य मजबूत होगी रक्षा सहयोग:   

  • सीओएएस जनरल मनोज पांडे की यात्रा भारत और उज्बेकिस्तान के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
  • 15 अप्रैल को जनरल मनोज पांडे उज्बेकिस्तान के शीर्ष रक्षा नेतृत्व के साथ वार्ता करेंगे। इस बैठक में उज्बेकिस्तान के शीर्ष रक्षा नेतृव भाग ले रहे हैं। जिसमें मुख्य रूप से निम्नलिखित शामिल होंगे: 
    • रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल बखोदिर कुर्बानोव
    • प्रथम उप रक्षा मंत्री व चीफ ऑफ द जनरल स्टाफ ऑफ द आर्म्ड फोर्सेज मेजर जनरल खलमुखामेदोव शुखरात गेरेतजानोविच
    • उप मंत्री व चीफ ऑफ एयर डिफेंस एंड एयर डिफेंस फोर्सेज मेजर जनरल बुर्खानोव अहमद जमालोविच। 
  • इन वार्ताओं की मजबूत सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका है। 
  • इसके अलावा इस यात्रा कार्यक्रम के तहत सशस्त्र बल संग्रहालय और उसके बाद हॉस्ट इमाम एन्सेम्बल का दौरा भी शामिल है। यह उज्बेकिस्तान के समृद्ध सैन्य इतिहास व उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्रदान करता है।

सीओएएस जनरल मनोज पांडे की यात्रा कार्यक्रम:  

  • 16 अप्रैल, 2024 को थल सेना प्रमुख भारत के दूसरे प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। 
  • इसके बाद वे दूसरे विश्व युद्ध में उज्बेकिस्तान के योगदान और बलिदान को स्मरण करते हुए विक्ट्री पार्क का दौरा करेंगे। 
  • 16 अप्रैल के कार्यक्रमों में सेंटर फॉर इनोवेटिव टेक्नोलॉजीज एलएलसी का दौरा शामिल है। जहां सेना प्रमुख को रक्षा प्रौद्योगिकी और नवाचारों में उज्बेकिस्तान की पहलों के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। इसके बाद जनरल मनोज पांडे उज्बेकिस्तान आर्म्ड फोर्सेज अकादमी का दौरा करेंगे। जनरल मनोज पांडे, भारत की सहायता से इस अकादमी में आईटी प्रयोगशाला का उद्घाटन करेंगे।
  • 17 अप्रैल, 2024 को समरकंद की यात्रा के दौरान जनरल पांडे सेंट्रल मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के कमांडर से मुलाकात करेंगे। 
  • जनरल मनोज पांडे की यह यात्रा 18 अप्रैल, 2024 को टर्मेज में समाप्त होगी। जहां सेना प्रमुख का भारत और उज्बेकिस्तान के सशस्त्र बलों के बीच आयोजित संयुक्त अभ्यास- डस्टलिक में शामिल होने का भी कार्यक्रम बनाया गया है। इसमें दोनों देशों के बीच विकसित अंतर-परिचालनीयता और सौहार्द को रेखांकित किया जाएगा।
  • सेना प्रमुख उज्बेकिस्तान के गौरवशाली अतीत और सांस्कृतिक परिदृश्य का प्रत्यक्ष अवलोकन करेंगे। इसके तहत वे टर्मेज संग्रहालय और सुरखंडार्य क्षेत्र के ऐतिहासिक स्मारकों का भी दौरा करेंगे।
  • जनरल मनोज पांडे की इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सहयोग के नए मार्ग तलाशना है।  इसके साथ ही भारत और उज्बेकिस्तान के बीच सैन्य सहयोग को मजबूत करना है। 

'डस्टलिक' संयुक्त सैन्य अभ्यास 2024 का आयोजन:  

  • दोनों देशों के बीच 'डस्टलिक' संयुक्त सैन्य अभ्यास 15 अप्रैल से उज्बेकिस्तान के टर्मेज़ जिले में आयोजित किया जा रहा है। 
  • डस्टलिक अभ्यास 2024 भारत और उज्बेकिस्तान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास 'डस्टलिक' का 5वां संस्करण है।

लाल बहादुर शास्त्री के बारे में: 

  • लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर, 1904 को मुगलसराय (अब पण्डित दीनदयाल उपाध्याय नगर), वाराणसी, उत्तर प्रदेश में हुआ था। वह स्वतंत्र भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के नेता थे। 
  • 10 जनवरी, 1966 को रूसी प्रधानमंत्री कोसिगिन ने लाल बहादुर शास्त्री को मध्यस्थता करने की पेशकश की। उनके पाकिस्तानी समकक्ष अयूब खान ने ताशकंद घोषणा पर हस्ताक्षर किए।
  • लाल बहादुर शास्त्री की 11 जनवरी 1966 को दिल का दौरा पड़ने से ताशकंद में ही मृत्यु हो गई। उन्हें 1966 में मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 
  • जन्म: 2 अक्टूबर, 1904
  • जन्म स्थान: मुगलसराय (पण्डित दीनदयाल उपाध्याय नगर), वाराणसी, उत्तर प्रदेश
  • पिता: शारदा प्रसाद श्रीवास्तव
  • माता : रामदुलारी देवी
  • पत्नी: ललिता देवी
  • मृत्यु: 11 जनवरी, 1966
  • स्मारक: विजय घाट, नई दिल्ली
  • राजनीतिक संघ: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • आंदोलन: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन

उज्बेकिस्तान के बारे में:

  • वर्ष 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद, मध्य एशिया में उज़्बेकिस्तान एक स्वत्रन्त्र राष्ट्र के रूप में सामने आया।
  • मध्य एशिया अपनी भौगोलिक स्थिति और समृद्ध खनिज और हाइड्रो कार्बन संसाधनों के कारण कई महाशक्तियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 
  • उज़्बेकिस्तान की आवस्थिकी, मध्य एशिया के मध्य में स्थित होने के कारण अपनी सुरक्षा और रणनीतिक क्षमता के लिए काफी महत्वपूर्ण है। 
  • राजधानी: ताशकंद 
  • मुद्रा: सोम 
  • राष्ट्रपति: शौकत मिर्जियोयेव
  • प्रधानमंत्री: अब्दुल्ला निगमातोविच अरिपोव

FAQ

Answer: उज़्बेकिस्तान

Answer: उज़्बेकिस्तान मध्य एशिया के मध्य में स्थित है

Answer: ताशकंद
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