नेपाली सरकार ने भारत सरकार से एहतियात के तौर पर धान, चावल और चीनी की आपूर्ति करने का अनुरोध किया है ताकि दशहरा और दिवाली के आगामी त्योहारी सीजन के दौरान इनकी कमी को रोका जा सके।
यह जानकारी देते हुए वाणिज्य और खाद्य आपूर्ति मंत्रालय के संयुक्त सचिव राम चंद्र तिवारी ने कहा कि "नेपाल ने भारत से दस लाख टन धान, 100,000 टन चावल और 50,000 टन चीनी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।"
फिलहाल नेपाल में इन वस्तुओं की कोई कमी नहीं है ।लेकिन नेपाल में डर है कि भारत सरकार के गैर बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के फैसले के कारण आने वाले त्योहारी महीनों में इसकी कमी हो सकती है।
भारत, जो दुनिया में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है, ने घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने और आगामी त्योहारी सीजन के दौरान खुदरा कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए जुलाई में गैर बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था ।
भारत की तरह दशहरा और दिवाली नेपाल में भी एक प्रमुख त्योहार है।
चावल का विश्व का नंबर 1 निर्यातक
भारत दुनिया में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक देश है दूसरे स्थान पर थाईलैंड और तीसरे स्थान पर वियतनाम हैं।
2011-12 से भारत दुनिया में चावल का नंबर एक निर्यातक रहा है।
चीन के बाद भारत दुनिया में चावल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।
चावल निर्यात में बड़ा हिस्सा गैर-बासमती चावल का है। 2021-22 में गैर-बासमती चावल का कुल निर्यात 6.12 बिलियन अमेरिकी डॉलर और बासमती चावल का 3.54 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
2021-22 में ईरान भारतीय बासमती चावल का सबसे बड़ा खरीदार था, उसके बाद सऊदी अरब, इराक और संयुक्त अरब अमीरात थे।
2021-22 में बांग्लादेश, गैर-बासमती चावल का सबसे बड़ा खरीदार था, उसके बाद बेनिन, चीन और नेपाल थे।
नेपाल संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य
यह दक्षिण एशिया में एक स्थलरुद्ध देश है।
नेपाल की मुद्रा: नेपाली रुपये
राजधानी: काठमांडू
अध्यक्ष: राम चंद्र पौडेल
प्रधान मंत्री: पुष्प कमल दहल (प्रचंड)