केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने घोषणा की है कि भारत सरकार 13 से 15 अगस्त 2023 तक पूरे देश में हर घर तिरंगा 2.0 अभियान आयोजित करेगी। हर घर तिरंगा अभियान 1.0 भारत सरकार द्वारा पिछले साल आजादी का अमृत महोत्सव के तहत शुरू किया गया था ताकि हर जगह भारतीयों को अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रेरित किया जा सके।
अभियान के पीछे का विचार लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना पैदा करना और इस महान राष्ट्र के निर्माण में योगदान देने वाले लोगों के योगदान को याद करना और स्वीकार करना है।
आजादी का अमृत महोत्सव
प्रगतिशील भारत के 75 वर्षों और इसके लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास का जश्न मनाने और स्मरण करने के लिए भारत सरकार द्वारा इसका आयोजन किया जा रहा है।
आजादी का अमृत का महोत्सव आयोजन केंद्रीय गृह मंत्रालय के देख रेख में की जा रही है।
ध्वज संहिता 2002 का प्रावधान (2022 में संशोधित)
राष्ट्रीय ध्वज का प्रदर्शन, फहराना और उपयोग भारतीय ध्वज संहिता 2002(संशोधित 2022) और राष्ट्रीय सम्मान के अपमान की रोकथाम अधिनियम, 1971 द्वारा नियंत्रित होता है।
संहिता के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज को सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराने की अनुमति है, चाहे मौसम कैसा भी हो।
हालाँकि, 2022 में भारत सरकार ने 13 -15 अगस्त 2022 तक ,दिन और रात दोनों समय खुले में या जनता के किसी सदस्य के घर में झंडे प्रदर्शित करने की अनुमति दी थी । इस वर्ष भी यह सुविधा जनता को उपलब्ध रहेगी ।
पहले राष्ट्रीय ध्वज को बनाने के लिए केवल हाथ से बुने हुए और हाथ से बनी खादी का ही उपयोग करने की अनुमति थी।
हालाँकि, दिसंबर 2021 में कोड में एक संशोधन में, "हाथ से या हाथ से बुने हुए या मशीन से बने कपास, पॉलिएस्टर, ऊन रेशम, खादी बंटिंग" को भी राष्ट्रीय ध्वज बनाने की अनुमति दी गई थी।
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के बारे में
भारत के राष्ट्रीय ध्वज को उसके वर्तमान स्वरूप में 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था।
राष्ट्रीय ध्वज का डिज़ाइन
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंग की क्षैतिज पट्टियां हैं, सबसे ऊपर केसरिया, बीच में सफेद ओर नीचे गहरे हरे रंग की पट्टी और ये तीनों समानुपात में हैं।
ध्वज की चौड़ाई का अनुपात इसकी लंबाई के साथ 2 :3 का है।
सफेद पट्टी के मध्य में गहरे नीले रंग का एक चक्र है। यह चक्र अशोक की राजधानी के सारनाथ के शेर के स्तंभ पर बना हुआ है। इसका व्यास लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर होता है और इसमें 24 तीलियां है।
ध्वज के रंग
भारत के राष्ट्रीय ध्वज की ऊपरी पट्टी में केसरिया रंग है जो देश की शक्ति और साहस को दर्शाता है। बीच में स्थित सफेद पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य का प्रतीक है। निचली हरी पट्टी उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता को दर्शाती है।
चक्र
इस धर्म चक्र को विधि का चक्र कहते हैं जो तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व मौर्य सम्राट अशोक द्वारा बनाए गए सारनाथ मंदिर से लिया गया है। इस चक्र को प्रदर्शित करने का आशय यह है कि जीवन गतिशील है और रुकने का अर्थ मृत्यु है।