मध्य प्रदेश में देश के पहले सौर शहर सांची का उदघाटन 6 सितंबर 2023 को राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया गया।
पहले सौर शहर सांची के सफल क्रियान्वयन से सालाना लगभग 13 हजार सात सौ 47 टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम हो सकेगा। जो दो लाख से अधिक पेड़ों के बराबर है।
- इसके साथ ही सरकार और नागरिकों के ऊर्जा संबंधी खर्च में सात करोड़ रुपये से अधिक की वार्षिक बचत होगी।
2070 तक देश के प्रत्येक राज्य में एक सोलर सिटी:
- इस सन्दर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2070 तक देश के प्रत्येक राज्य में एक सोलर सिटी विकसित करने का लक्ष्य रखा है।
पर्यावरण पर्यटन को बढ़ावा:
- साँची में पर्यावरण अनुकूल सुविधाओं के माध्यम से पर्यावरण प्रदूषण को कम कर पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है।
- पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए शहर में बैटरी चालित ई-रिक्शा और कूड़ा वाहन भी चलाये जा रहे हैं। जगह-जगह पर ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित किए गए हैं।
18 करोड़ 75 लाख की लागत से बनी है सांची सौर शहर:
- सांची के गुलगांव रोड के पास नागौरी पहाड़ी पर 18 करोड़ 75 लाख की लागत से तैयार सोलर प्लांट से 3 मेगावाट बिजली उत्पन्न की जा रही है। जिसको धीरे-धीरे 5 मेगावाट तक बढ़ाया जाएगा। लगभग संपूर्ण सांची शहर में घरों पर भी सोलर पैनल लगे हुए हैं।
- सांची में इस योजना को केंद्र की एनएचडीपी कंपनी ने मूर्त रूप दिया है। लोगों को सोलर पैनल के लिए सरकार भी सब्सिडी दे रही है।
मध्यप्रदेश अक्षय ऊर्जा नीति-2022 के तहत पुरातात्विक स्थानों को ग्रीन सिटी में बदलना:
- प्रदेश शासन के ऊर्जा विभाग ने मध्यप्रदेश अक्षय ऊर्जा नीति-2022 के तहत सांची को सोलर सिटी बनाया है। इस नीति के तहत सभी पुरातात्विक महत्व के स्थानों को ग्रीन सिटी के रूप में बदलने की परिकल्पना की गई है।
- मध्यप्रदेश अक्षय ऊर्जा नीति-2022 के तहत मध्य प्रदेश शासन ने सांची शहर में इको फ्रेंडली सुविधाओं की भी शुरुआत की है। जिससे पर्यावरण प्रदूषण को कम करके पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।
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