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गुजरात में बन रहा विश्व का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क

Utkarsh Classes Last Updated 07-02-2025
World's largest renewable energy park being built in Gujarat Energy 6 min read

अदाणी समूह की कंपनी ‘अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड’ गुजरात के कच्छ जिले के खेवड़ा में विश्व का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क बना रही है। यह पार्क 538 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह पार्क फ्रांस की राजधानी पेरिस के कुल आकार से करीब पांच गुना बड़ा है।

खेवड़ा प्लांट की क्षमता: 

  • अदाणी ग्रीन एनर्जी के प्रबंध निदेशक विनीत जैन के अनुसार, खेवड़ा प्लांट की कुल क्षमता 30 गीगावाट होगी। अदाणी समूह इस कंपनी में 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। 
  • वर्तमान में इस पार्क से दो गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी का उत्पादन किया जा रहा है। मार्च 2025 तक चार गीगावाट क्षमता और जुड़ जाएगी। 
  • इसके बाद हर वर्ष पांच गीगावाट क्षमता बढ़ाई जाएगी।

खेवड़ा पार्क पाकिस्तान बार्डर से सिर्फ एक किलोमीटर दूर: 

  • खेवड़ा पार्क पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय बार्डर से सिर्फ एक किलोमीटर दूर है। विनीत जैन के अनुसार, 30 गीगावाट की प्रस्तावित क्षमता में सौर ऊर्जा की हिस्सेदारी 26 गीगावाट है। जबकि पवन ऊर्जा की चार प्रतिशत होगी। पूरी तरह से तैयार होने पर इस पार्क से 81 अरब यूनिट बिजली का उत्पादन होगा, जो बेल्जियम, चिली और स्विट्जरलैंड जैसे देशों की पूरी मांग की आपूर्ति कर सकता है।

हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क (आरई पार्क) का जीआईपीसीएल है नोडल एजेंसी:  

  • हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क के लिए गुजरात इंडस्ट्रीज पावर कंपनी लिमिटेड (जीआईपीसीएल) को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है। 
  • यह प्रोजेक्ट पीएम मोदी के कार्बन उत्‍सर्जन में कमी लाने के प्रयास के तहत इस पार्क को बनाने की परियोजना तैयार की गई। इस प्रोजेक्ट पर वर्ष 2021 से काम जारी है।

हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क का स्थानीयकरण कच्‍छ में होने का कारण: 

  • यहाँ पर इस प्लांट को स्थापित होने के कई कारण हैं; जिनमें प्रमुखतः
    • गुजरात के कच्‍छ में भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित खेवड़ा के पास एक लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि बंजर पड़ी है। 
    • दूसरा कारण यहां सोलर और विंड दोनों के लिए ही मौसम अनुकूल है। जब आरई पार्क बनाने की बात आई तो वीघाकोट बीएसएफ चेक पोस्‍ट के आगे इस बंजर भूमि की पहचान की गई। लेकिन यह क्षेत्र सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील है। इसके लिए रक्षा मंत्रालय से अनुमति मांगी गई।  

हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क का निर्माण: 

  • अप्रैल 2020 में रक्षा मंत्रालय से 72,600 हेक्टेयर भूमि पर हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क बनाने के लिए हरी झंडी मिल गई। फिर इसके निर्माण की जिम्‍मेदारी जीआईपीसीएल समेत छह कंपनियों को दी गई। इन कंपनियों में प्रमुखतः 
    • गुजरात इंडस्ट्रीज पावर कंपनी लिमिटेड (जीआईपीसीएल) 
    • एनटीपीसी लिमिटेड
    • अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीइएल) 
    • सर्जन रियलिटीज लिमिटेड (एसआरएल)
    • सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसइसीआईएल)  

हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क के निर्माण में आने वाली चुनौतियाँ: 

  • कच्छ के रण में इस रिन्यूएबल एनर्जी पार्क को बनाने में नम हवा, खारा पानी, नमक वाली मिट्टी और सुरक्षा समेत कई चुनौतियां भी सामने आ रही हैं। 
  • एनटीपीसी के जीएम आरबी मलिक ने बताया कि फिलहाल प्रोजेक्ट पर देश भर से आए साढ़े तीन हजार से ज्‍यादा श्रमिक काम कर रहे हैं। लेकिन यहां मोबाइल नेटवर्क समेत अन्‍य बुनियादी सुविधाएं न होने के चलते वे जल्द ही काम छोड़कर चले जाते हैं।
  • यह एरिया पाकिस्तान बॉर्डर के बेहद करीब है, जिस कारण यह सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील यानी 'नो-गो-जोन' है। इस कारण खतरा बना रहता है कि कहीं श्रमिकों में कोई पाकिस्‍तानी आतंकी शामिल न हो जाए।

दिसंबर 2026 में एनर्जी पार्क पूरी तरह बनकर तैयार होगा: 

  • जीआईपीसीएल के प्रमुख राजेंद्र एम मिस्त्री के मुताबिक, इस वर्ष दिसंबर 2024 तक 50 फीसदी काम पूरा कर लिया जाएगा। जिसके साथ ही 14 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा। जबकि दिसंबर 2026 में हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी पार्क पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा, जिसके बाद 30 गीगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा।

FAQ

Answer: गुजरात के कच्छ जिले के खेवड़ा

Answer: अदाणी समूह की कंपनी ‘अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड’ द्वारा

Answer: 538 वर्ग किलोमीटर

Answer: 30 गीगावाट
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