व्लादिमीर पुतिन ने 7 मई 2024 को छह साल के कार्यकाल के लिए पांचवीं बार रूसी संघ के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। उन्होंने मॉस्को के ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस में आयोजित एक समारोह में पद की शपथ ली।
इस समारोह में रूस के शीर्ष सैन्य और राजनीतिक नेतृत्व ने भाग लिया, लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने यह कहते हुए समारोह का बहिष्कार किया कि राष्ट्रपति चुनाव एक धोखाधड़ी थी।
2014 में रूसी सैनिकों द्वारा यूक्रेन के क्रीमिया क्षेत्र पर आक्रमण करने और उस पर कब्ज़ा करने के बाद से संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिमी देश पुतिन का विरोध कर रहे हैं। 2022 में पुतिन ने यूक्रेन में अपने सैनिक भेजे और तब से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को भारी समर्थन दिया जा रहा है और उन्होंने रूस पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध भी लगा रखा है।
रूस में 15 से 17 मार्च 2024 के बीच राष्ट्रपति चुनाव हुआ था। व्लादिमीर पुतिन इस चुनाव में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए थे। रूसी केंद्रीय चुनाव आयोग ने केवल तीन विपक्षी उम्मीदवारों को राष्ट्रपति चुनाव में लड़ने की अनुमति दी थी । कई नेता जो पुतिन के घोर आलोचक थे, उन्हें या तो पुतिन सरकार द्वारा निर्वासित कर दिया गया या जेल में डाल दिया गया ताकि वे चुनाव न लड़ सकें और पुतिन को मजबूत चुनौती दे सके।
इस राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन को 87.3% मत मिला और वे विजयी घोषित किए गए।
कई पश्चिमी देशों और स्वतंत्र पर्यवेक्षकों का मानना है कि रूसी राष्ट्रपति चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं था और विपक्ष को इसमें लड़ने का उचित मौका नहीं दिया गया था।
व्लादिमीर पुतिन केजीबी में एक ख़ुफ़िया अधिकारी थे। केजीबी छोड़ने के बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और 1999 में राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन के इस्तीफे के बाद उन्हें रूस का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया।
उन्होंने 2000 में पहली बार राष्ट्रपति चुनाव लड़ा और वे चार साल के कार्यकाल के रूस के राष्ट्रपति बने।
2004 में उन्हें चार साल के कार्यकाल के लिए फिर से चुना गया और वे 2008 तक राष्ट्रपति बने रहे।
2008 के कार्यकाल पूरा करने के बाद उन्हे रूस के राष्ट्रपति पद के चुनाव से हटना पड़ा क्योंकि उस समय रूसी संविधान किसी व्यक्ति को लगातार दो बार से अधिक राष्ट्रपति बनने की अनुमति नहीं देता था।
उन्हें 2008 में नव- निर्वाचित राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव द्वारा रूस का प्रधान मंत्री नियुक्त किया गया था और वे 2012 तक इस पद पर बने रहे।
2008 में संविधान में संशोधन किया गया और राष्ट्रपति के कार्यकाल की सीमा समाप्त कर दी गई। बाद में, राष्ट्रपति के कार्यालय का कार्यकाल 6 वर्ष तक बढ़ा दिया गया।
पुतिन ने 2012 में अपना तीसरा राष्ट्रपति चुनाव जीता जिसमे उन्हे छह साल के कार्यकाल के लिए चुना गया था। 2018 में उन्हे चौथे कार्यकाल के लिए फिर से चुना गया।
2024 में पांचवीं बार फिर से चुने जाने के साथ, पुतिन के 2030 तक पद पर बने रहने की उम्मीद है।
क्रेमलिन रूसी शक्ति और अधिकार का प्रतीक है। यह मॉस्को के मध्य में स्थित रूसी राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास और कार्यालय है।
यह संयुक्त राज्य अमेरिका के व्हाइट हाउस की तरह है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास और कार्यालय है।
क्षेत्रफल के हिसाब से रूस दुनिया का सबसे बड़ा देश है। यह एक यूरेशियन देश है जो भौगोलिक रूप से यूरोप और एशिया दोनों में स्थित है। हालाँकि, इसे एक यूरोपीय देश माना जाता है।
आधुनिक रूसी संघ 1991 में यूएसएसआर (सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक संघ) या सोवियत संघ के विघटन के बाद अस्तित्व में आया।
राजधानी: मास्को
मुद्रा: रूबल
राष्ट्रपति: व्लादिमीर पुतिन
प्रधान मंत्री: मिखाइल मिशुस्टिन