दूसरा अखिल भारतीय राज्य जल मंत्रियों का सम्मेलन 18 और 19 फरवरी 2025 को उदयपुर, राजस्थान में आयोजित किया गया था। यह सम्मेलन 5 और 6 जनवरी 2023 को भोपाल, मध्य प्रदेश में आयोजित पहले अखिल भारतीय राज्य जल मंत्रियों के सम्मेलन की दूसरी कड़ी थी ।
सम्मेलन का आयोजन देश की दीर्घकालिक जल सुरक्षा रणनीति को प्राप्त करने और विकसित भारत@2047 के दृष्टिकोण में योगदान करने के लिए रणनीतियों और ठोस कार्य योजनाओं पर चर्चा करने के लिए किया गया था।
सम्मेलन के छह विषयगत स्तंभ - जल प्रशासन को मजबूत बनाना; जल भंडारण अवसंरचना और आपूर्ति में वृद्धि; पेयजल पर ध्यान देने के साथ जल वितरण सेवाएँ; सिंचाई और अन्य उपयोग पर ध्यान देने के साथ जल वितरण सेवाएँ; मांग प्रबंधन और जल उपयोग दक्षता और एकीकृत नदी और तटीय प्रबंधन- थे।
सम्मेलन में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने भाग लिया। दो दिवसीय सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक के उप मुख्यमंत्रियों, 30 मंत्रियों और 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
सम्मेलन के दौरान मुख्य अतिथि एवं प्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह के रूप में राष्ट्रीय जल मिशन का शुभंकर पीकू प्रदान किया गया।
पीकू जल संरक्षण एवं पर्यावरण संतुलन का प्रतीक एक मोर है।
यह स्मृति चिन्ह उदयपुर और इसके आसपास के क्षेत्र की आदिवासी महिला कलाकारों द्वारा तैयार किया गया था।