संयुक्त अरब अमीरात की कंपनी एडीएनओसी (अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी) ने 14 साल के लिए तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की आपूर्ति के लिए भारत सरकार के स्वामित्व वाली इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं।
तीसरे भारत ऊर्जा सप्ताह के मौके पर भारतीय और विदेशी कंपनियों के बीच ऊर्जा क्षेत्र में कई अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गये।
भारत ऊर्जा सप्ताह का तीसरा संस्करण 11-14 फरवरी 2025 तक नई दिल्ली में आयोजित किया गया।
भारत ऊर्जा सप्ताह के दौरान, भारत ने नेपाल को एलएनजी निर्यात करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह भारत से किसी भी विदेशी देश को एलएनजी का पहला निर्यात होगा।
कई समझौते से भारत की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है जो दुनिया में तेल और गैस का एक प्रमुख आयातक है।
आईओसीएल के साथ एडीएनओसी केअनुबंध की विशेषताएं
- दोनों कंपनियों के बीच 14 साल का समझौता।
- एडीएनओसी की सहायक कंपनी एडीएनओसी गैस, प्रति वर्ष 1.2 मिलियन टन एलएनजी की आपूर्ति करेगी।
- एलएनजी की आपूर्ति 2026 से शुरू होगी।
- एडीएनओसी, अपनी दास द्वीप पर स्थित द्रवीकरण सुविधा से भारत को एलएनजी की आपूर्ति करेगी।
- आईओसीएल यह गुजरात में अपनी स्थित दाहेज या तमिलनाडु में अपने एन्नोर टर्मिनल पर एलएनजी का आयात करेगा।
- सौदे का कुल मूल्य 6-9 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
एडीएनओसी और बीपीसीएल के अनुबंध
- एडीएनओसी गैस, बीपीसीएल को 2.4 मिलियन टन एलएनजी की आपूर्ति करेगा।
- अनुबंध की अवधि - 5 वर्ष, अप्रैल 2025 से प्रारंभ।
- आपसी सहमति से इस अनुबंध को 5 वर्ष और बढ़ाया जा सकता है।
टोटलएनर्जीज़ और जीपीएससी के साथ अनुबंध
- फ्रांसीसी ऊर्जा दिग्गज कंपनी टोटलएनर्जीज, गुजरात राज्य पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (जीपीएससी) को प्रति वर्ष 4 लाख टन एलएनजी की आपूर्ति करेगा।
- अनुबंध की अवधि - 2026 से शुरू होकर 10 वर्ष।
- जीएसपीसी, मुंद्रा,गुजरात में स्थित अपने एलएनजी टर्मिनल पर टोटलएनर्जी से एलएनजी की प्राप्ति करेगा।
- जीएसपीसी इस एलएनजी को मुख्यत: औद्योगिक ग्राहकों को आपूर्ति करेगा।
पिछले साल टोटलएनर्जीज ने आईओसीएल से साथ एक अनुबंध किया था जिसके तहत वह आईओसीएल को 2026 से प्रति वर्ष 8 लाख टन एलएनजी की आपूर्ति करेगा।
भारत से एलएनजी का पहला निर्यात
- भारत ने पहली बार भारत से एलएनजी निर्यात करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
- आईओसीएल ने नेपाल को 5 वर्षों के लिए लगभग 1,000 टन एलएनजी के निर्यात के लिए योग्या होल्डिंग्स नेपाल के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
- एलएनजी की आपूर्ति ओडिशा में स्थित धामरा टर्मिनल से क्रायोजेनिक ट्रकों के माध्यम से नेपाल को की जाएगी।
प्रथम तरंग ऊर्जा पायलट परियोजना
केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली बीपीसीएल ने भारत की पहली तरंग ऊर्जा पायलट परियोजना विकसित करने के लिए इजरायली कंपनी, इको वेव पावर के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
100 किलोवाट का यह पायलट प्रोजेक्ट मुंबई में स्थापित किया जाएगा जो समुद्री लहरों को ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए इज़राइली तरंग ऊर्जा कनवर्टर तकनीक का उपयोग करेगा।
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