भारत और अबू धाबीअमीरात ने जीवाश्म ईंधन, परमाणु क्षेत्र और खाद्य पार्क के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के लिए पांच समझौता ज्ञापनों (एमओयू)/समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इन समझौतों पर अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की भारत की आधिकारिक यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए।
उन्होंने भारतीय राजनीतिक नेताओं से मिलने के लिए 9 सितंबर को नई दिल्ली और आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए 10 सितंबर को मुंबई का दौरा किया।
अबू धाबी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के सात अमीरातों में से एक है। यह संयुक्त अरब अमीरात की सबसे बड़ी अमीरात है और देश के लगभग तीन-चौथाई भूमि क्षेत्र इसमे शामिल है। यह संयुक्त अरब अमीरात के तेल और गैस उद्योग का केंद्र है।
ऊर्जा और फूड पार्क पर पांच समझौते
क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने 9 सितंबर 2024 को नई दिल्ली में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच बैठक के दौरान, भारत और अबू धाबी के बीच पांच समझौता ज्ञापनों/समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
एलएनजी की दीर्घकालिक आपूर्ति
- अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडीएनओसी) इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड को प्रति वर्ष दस लाख मीट्रिक टन (एमएमटीपीए) एलएनजी (तरलीकृत प्राकृतिक गैस) की आपूर्ति करेगी।
- पिछले साल किसी भारतीय कंपनी और एडीएनओसी के बीच यह तीसरा समझौता है।
- इसे पहले आईओसीएल और गेल (GAIL) ने क्रमशः 1.2 एमएमटीपीए और 0.5 एमएमटीपीए तरलीकृत प्राकृतिक गैस की आपूर्ति के लिए एडीएनओसी के साथ दीर्घकालिक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
इंडिया स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिजर्व लिमिटेड (आईएसपीआरएल) और एडीएनओसी के बीच एमओयू
- वर्तमान में, एडीएनओसी ने आईएसपीआरएल की मैंगलोर में स्थित अपने भूमिगत तेल भंडारण सुविधा में 0.75 मिलियन टन तेल भंडारण क्षमता पट्टे पर दी है।
- नए एमओयू के तहत, एडीएनओसी आईएसपीआरएल के साथ तेल भंडारण में आगे के और निवेश का अवसर तलाशेगा।
परमाणु सहयोग पर समझौता ज्ञापन
- न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और एमिरेट्स न्यूक्लियर एनर्जी कॉर्पोरेशन के बीच परमाणु सहयोग के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- संयुक्त अरब अमीरात के पास बाराकाह, अबू धाबी में 5.6 गीगावॉट परमाणु ऊर्जा संयंत्र है।
- यह समझौता ज्ञापन परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के संचालन और रखरखाव, भारत से परमाणु वस्तुओं और सेवाओं की सोर्सिंग, पारस्परिक निवेश के अवसरों की खोज और क्षमता निर्माण में सहयोग की सुविधा प्रदान करेगा।
अबू धाबी तटवर्ती ब्लॉक 1 के लिए रियायत समझौता
- अबू धाबी ऑनशोर ब्लॉक 1 तेल क्षेत्र के लिए भारतीय कंपनी ऊर्जा भारत और एडीएनओसी के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
- एमओयू के तहत भारतीय कंपनी अबू धाबी ऑनशोर ब्लॉक 1 से निकले कच्चे तेल को अब भारत ला सकेगी।
- यह पहली बार है जब किसी भारतीय कंपनी को अबू धाबी के तेल क्षेत्रों से कच्चा तेल लाने की अनुमति दी जाएगी।
- ऊर्जा भारत ,आईओसीएल और पेट्रो भारत रिसोर्सेज लिमिटेड का संयुक्त उद्यम है। कंपनी अबू धाबी ऑनशोर ब्लॉक 1 तेल क्षेत्रों में तेल ब्लॉक संचालित करती है।
फूड पार्क पर समझौता ज्ञापन
- गुजरात सरकार और अबू धाबी डेवलपमेंटल होल्डिंग कंपनी पीजेएससी (एडीक्यू) ने गुजरात के गुंडनपारा, बावला और अहमदाबाद में फूड पार्क विकसित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
- अबू धाबी इन फूड पार्कों में निवेश करेगा।
- यह परियोजना 2025 की दूसरी तिमाही में शुरू होने की उम्मीद है।
क्राउन प्रिंस का मुंबई दौरा
10 सितंबर 2024 को अपनी मुंबई यात्रा के दौरान शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने भारत-यूएई बिजनेस फोरम की बैठक में भाग लिया।
उन्होंने वर्चुअल ट्रेड कॉरिडोर की सुविधा के लिए भारत-यूएई वर्चुअल ट्रेड कॉरिडोर और मैत्री इंटरफ़ेस पर भी काम की शुरू किया।
- वर्चुअल ट्रेड कॉरिडोर सुविधा दोनों देशों के बीच व्यापार किए जाने वाले सामानों के लिए ऑनलाइन सीमा शुल्क निकासी को सक्षम बनाएगी।
- इससे लालफीताशाही में कटौती होगी और दोनों देशों के बीच व्यापार में आसानी होगी तथा निर्यात और आयात की लागत को कम करने में भी मदद मिलेगी।
- वर्चुअल ट्रेड कॉरिडोर व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) का पूरक होगा, जो 1 मई 2022 को प्रभावी हुआ।
- सीईपीए का लक्ष्य भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच वस्तुओं और सेवाओं में मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना है।
- भारत और यूईए ने दोनों देशों के बीच गैर-तेल व्यापार को 2030 तक 100 बिलियन डॉलर करने का लक्ष्य रखा है ।
भारत संयुक्त अरब अमीरात संबंध
भारत का संयुक्त अरब अमीरात के साथ बहुत करीबी राजनीतिक, आर्थिक और रक्षा संबंध है।
- संयुक्त अरब अमीरात में लगभग 35 लाख भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो देश की सबसे बड़ी प्रवासी आबादी है।
- 2023-24 में, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद संयुक्त अरब अमीरात, भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार देश था।
- 2023-24 में दोनों देशों के बीच कुल व्यापार 83.6 अरब डॉलर था।
- दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए, भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने द्विपक्षीय व्यापार लेनदेन के लिए भारतीय रुपये और संयुक्त अरब अमीरात दिरहम के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए जुलाई 2023 में एक स्थानीय मुद्रा निपटान प्रणाली पर हस्ताक्षर किए।
- रक्षा में, पहला भारत-यूएई द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास, 'डेजर्ट साइक्लोन' जनवरी 2024 में राजस्थान में आयोजित किया गया था।
संयुक्त अरब अमीरात के बारे में
संयुक्त अरब अमीरात सात अमीरातों - अबू धाबी, दुबई, शारजाह, अजमान, उम्म अल-कायवेन, अल-फुजायरा और रास अल-खायमा का संघ है ।
अबू धाबी अमीरात , संयुक्त अरब अमीरात का क्षेत्र फल के हिसाब से सबसे बड़ा अमीरात और देश के तेल और गैस के केंद्र है।
राजधानी: अबू धाबी
मुद्रा: संयुक्त अरब अमीरात दिरहम
राष्ट्रपति: शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, अबू धाबी के शासक