कोटा में स्थित राजस्थान का पहला स्नेक पार्क जल्दी ही आम जनता के लिए खोल दिया जायेगा। केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) ने हाल ही में इसके लिए मंजूरी दे दी है।
- इस सन्दर्भ में उम्मीद की जा रही है कि नव वर्ष 2024 में कोटा को प्रदेश के पहले स्नेक पार्क की सौगात मिल जाएगी। इसके लिए भवन निर्माण सहित लगभग सारी औपचारिकतायें पूरी की जा चुकी हैं।
- राजस्थान के कोटा के बंदी रोड पर स्थित हर्बल पार्क में इस स्नेक पार्क का निर्माण किया जा रहा है।
अब प्रदेश में सांपों पर रिसर्च हो सकेगा:
- कोटा डवलपमेंट अथॉरिटी (केडीए) [पूर्व नाम कोटा, अर्बन इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट (यूआईटी)] से प्राप्त जानकारी के अनुसार शीघ्र ही यहाँ सांपों की कई प्रजातियां देखने को मिलेगी।
- पर्यावरण प्रेमी, स्नैक पार्क में सांपों को देख सकेंगे। यहीं नहीं जो शोधार्थी सांपों पर रिसर्च करना चाहते है उनको इस पार्क में शोध की सुविधा भी उपलब्ध हो सकेगी।
कोटा में स्नेक पार्क हेतु 10 करोड़ रुपए का बजट:
- कोटा में स्नेक पार्क का भवन एक वर्ष से तैयार है। इसके लिए 10 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया था।
- स्नेक पार्क की 9290 वर्ग फीट में दो मंजिला बिल्डिंग बनाने में करीब 7.42 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। ग्राउंड फ्लोर सहित प्रथम तल पर 6703 वर्गफीट निर्माण किया गया है।
स्नैक पार्क में करीब 33 प्रजाति के सांप होंगे:
- कोटा स्नैक पार्क में 29 भारतीय सहित 4 अमेरिकन प्रजाति के सांपों को रखा जायेगा।
- 29 भारतीय प्रजाति के सर्पों में प्रमुख हैं:-
- जहरीले सांपों में इंडियन कोबरा
- कॉमन इंडियन करैत
- रसल्लस वाइपर
- गैर-जहरीले सांपों में इंडियन पायथन
- रेट स्नेक
- चेकर्ड कील ब्लैक
- बोंज बेक कील स्नेक
- ट्रिनकेट स्नेक
- केट स्नेक
- ब्रांडेड कुकरी
- वोल्फ स्नेक
- रेड स्पोटेड रॉयल
- फोरस्टन केट स्नेक
- बेंडेड रेचर आदि जैसे भारतीय सर्प रखे जाएंगे
जबकी अमेरिकी प्रजातियों में
- मेक्सीकन किंग स्नेक
- मिल्क स्नेक
- कॉर्न स्नेक
- बॉल पायथन स्नेक
डॉ. विनोद महोबिया का योगदान:
- रेप्टिलियन साइंस के कॉओर्डिनटोर डॉ. विनोद महोबिया ने बताया कोटा में स्नेक पार्क के निर्माण की योजना करीब 20 साल से चल रही थी। कोटा के सर्प संरक्षक विनोद महोबिया ने इसके लिए काफी प्रयास किया। यहाँ तक कि विनोद महोबिया ने तलवंडी स्थित अपने आवास में विभिन्न प्रजातियों के सर्पो का संरक्षण भी किया हुआ है।
- वर्ष 2004 में स्नेक पार्क बनाने की योजना तैयार की गई थी अब जाकर यह अपने अंतिम चरण में पहुंची है।
- जुलाई 2021 में बिल्डिंग का निर्माण आरंभ किया गया। बीच में विभिन्न प्रक्रियाओं के पूर्ण होने के बाद अब जाकर यह शुरू होने जा रहा है।
केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए):
- सीजेडए, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक वैधानिक निकाय है।
- सीजेडए की स्थापना 1992 में भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 में एक संशोधन के माध्यम से की गयी थी।
- सीजेडए का उद्देश्य भारतीय चिड़ियाघरों के कामकाज की निगरानी करना और पृथक उपायों के माध्यम से वन्यजीव संरक्षण रणनीतियों को सहायता प्रदान करना है।
- सीजेडए का कार्य मार्गदर्शक के रूप में भारतीय चिड़ियाघरों में रखे गए जानवरों के आवास, रखरखाव और स्वास्थ्य देखभाल के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को सुनिश्चित करना है।
- भारत में वर्तमान में, सीजेडए द्वारा मान्यता प्राप्त 147 चिड़ियाघर विद्दमान हैं।