गुजरात, रेल पटरियों का 100% विद्युतीकरण करने वाला देश का 24वां राज्य/केंद्र शासित प्रदेश बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के दाहोद में दाहोद इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री के उद्घाटन के दौरान गुजरात की उपलब्धियों की घोषणा की।
दाहोद इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री की स्थापना भारतीय रेलवे ने सीमेंस के सहयोग से मालगाड़ियों के लिए भारत का पहला 9000 एचपी लोकोमोटिव इंजन बनाने के लिए की है।
भारतीय रेलवे का विद्युतीकरण परियोजना
भारत में पहली विद्युत चालित ट्रेन 1925 में मुंबई से ठाणे तक चली थी।
- पहली पंचवर्षीय योजना (1951-1956) में, केंद्र सरकार ने देश के 141 किलोमीटर रेल मार्गों को विद्युतीकृत करने का लक्ष्य रखा था।
- रेल विद्युतीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, भारतीय रेलवे ने रेलवे विद्युतीकरण के लिए केंद्रीय संगठन की स्थापना की है, जिसका मुख्यालय उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (पूर्व में इलाहाबाद) में है।
- भारतीय रेलवे के अनुसार, वर्तमान लक्ष्य 2025-26 वित्तीय वर्ष के अंत तक अपने ब्रॉड गेज नेटवर्क का विद्युतीकरण करना है।
रेल मार्गों के विद्युतीकरण पर जोर देने का कारण
- इससे रेलवे के जीवाश्म ईंधन खर्च में सालाना 15,000 करोड़ रुपये की कमी आने की उम्मीद है।
- इससे भारतीय रेलवे को 2030 तक शुद्ध-शून्य कार्बन स्थिति हासिल करने में मदद मिलेगी।
- इससे भारत को 2070 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी।
भारत में रेल मार्ग विद्युतीकरण की स्थिति
शुरू में भारत में रेल मार्ग की विद्युतीकरण की गति धीमी थी।
भारतीय रेलवे के अनुसार, 1948 से 31 मार्च 2014 तक 21,801 किलोमीटर रेल मार्ग का विद्युतीकरण किया गया था ।
- 2014-15 से फरवरी 2025 तक 45,922 किलोमीटर अतिरिक्त ब्रॉड गेज मार्ग का विद्युतीकरण किया गया है।
- 2020-21 से भारतीय रेलवे ने हर साल 6000 किलोमीटर से अधिक विद्युतीकरण किया है।
- 2024-25 में इसने 2,885 किलोमीटर के लक्ष्य की तुलना में 2,701 किलोमीटर का विद्युतीकरण किया।
- रेल मार्ग के विद्युतीकरण की गति लगभग 16 किलोमीटर प्रतिदिन है, जो दुनिया में सबसे तेज है।
- फरवरी 2025 के अंत तक देश में 98.83% रेल मार्ग का विद्युतीकरण हो चुका था।
- विश्व में भारत से आगे केवल स्विटजरलैंड है, जिसने अपने 99% रेल मार्गों का विद्युतीकरण कर दिया है।
- रेल मार्गों का विद्युतीकरण के मामले में ,भारत, विश्व के अन्य देश जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका जहां सिर्फ 1% रेल मार्गों का विद्युतीकरण है, यूनाइटेड किंगडम( 38%) ,यूरोपीय संघ, जहां 56% मार्गों का विद्युतीकरण किया जा चुका है।
फरवरी 2025 तक राज्यों में विद्युतीकरण की स्थिति
राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) में रेल मार्गों के विद्युतीकरण की स्थिति इस प्रकार है।
100% विद्युतीकृत मार्ग (24 राज्य/यूटी)
आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय, नागालैंड, ओडिशा, पुडुचेरी, पंजाब, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल।
- राजस्थान - 98% मार्ग विद्युतीकृत
- कर्नाटक- 96%
- तमिलनाडु -96%
- गोवा - 88%
- असम 79%