भारत सरकार ने प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसाइटी की कार्यकारी परिषद का पुनर्गठन किया है तथा नृपेंद्र मिश्रा को सोसाइटी की कार्यकारी परिषद का अध्यक्ष पुनः नियुक्त किया है। कार्यकारी परिषद प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसाइटी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है।
प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय सोसायटी की स्थापना भारत सरकार द्वारा 1 अप्रैल 1966 को नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय के प्रबंधन के लिए की गई थी, जिसे अब प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय के नाम से जाना जाता है।
सोसायटी की पुनर्गठित कार्यकारी परिषद
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा को 5 वर्ष की अवधि के लिए कार्यकारी परिषद का पुनः अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता शेखर कपूर, नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष राजीव कुमार, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल, सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी सैयद अता हसनैन और संस्कार भारती के वासुदेव कामथ को भी कार्यकारी परिषद में नियुक्त किया गया है।
कार्यकारी परिषद के नवनियुक्त सदस्य का कार्यकाल पांच वर्ष का होगा।
प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय के बारे में
- प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय को पहले नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय कहा जाता था।
- यह ऐतिहासिक तीन मूर्ति परिसर, नई दिल्ली में स्थित है।
- यह पहले भारत के कमांडर इन चीफ का निवास स्थान था।
- अगस्त 1948 में यह भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का आधिकारिक निवास बन गया और उनकी मृत्यु तक ऐसा ही रहा।
- 1964 में उनकी मृत्यु के बाद, भारत सरकार ने इस स्थान को जवाहर लाल नेहरू को समर्पित संग्रहालय में बदलने का निर्णय लिया।
- नवंबर 1964 में राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन ने तीन मूर्ति में नेहरू स्मारक संग्रहालय का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय में परिवर्तन
- 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेहरू संग्रहालय एवं पुस्तकालय को भारत के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक राष्ट्रीय संग्रहालय में परिवर्तित करने का प्रस्ताव रखा था।
- नवम्बर 2016 में हुई बैठक में कार्यकारी परिषद द्वारा प्रस्ताव को मंजूरी दी गई तथा तीन मूर्ति एस्टेट में सभी प्रधानमंत्रियों का संग्रहालय बनाने का निर्णय लिया गया।
- भारत के 15 प्रधानमंत्रियों को समर्पित प्रधानमंत्री संग्रहालय 21 अप्रैल 2022 को जनता के लिए खोल दिया गया।
- नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी की एक विशेष बैठक जून 2023 में आयोजित की गई थी। इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी के उपाध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी और इस बैठक में नेहरू मेमोरियल का नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय करने को मंजूरी दी गई थी।
प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय किस मंत्रालय के अधीन है?
प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय को केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।
मंत्रालय को देश में कला और संस्कृति के सभी रूपों को संरक्षित, बढ़ावा और प्रसारित करने का अधिकार है।