राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (निमहंस) को स्वास्थ्य संवर्धन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 2024 नेल्सन मंडेला पुरस्कार से सम्मानित किया है।
मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए पुरस्कार:
- निमहंस ने बयान जारी कर बताया कि यह पुरस्कार मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए संस्थान के समर्पण और उत्कृष्ट योगदान का प्रमाण है। निमहंस मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान के क्षेत्र में सबसे आगे रहा है।
- निमहंस अनुसंधान, शिक्षा और रोगी की देखभाल के लिए नवीन दृष्टिकोणों का समर्थन करता है।
- इस संस्थान को मानसिक स्वास्थ्य देखभाल को सामान्य स्वास्थ्य देखभाल में एकीकृत करने के लिए मान्यता दी गई है। इस संस्थान को समुदाय-आधारित रणनीतियों को विकसित करने के लिए और अग्रणी डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओ को वैश्विक स्तर पर पहचान मिली है।
निमहंस को 50वें स्थापना वर्ष पर पुरस्कार:
- निमहंस संस्थान निदेशक डा. प्रतिमा मूर्ति ने कहा कि 50वें स्थापना वर्ष पर प्रतिष्ठित नेल्सन मंडेला पुरस्कार प्राप्त करना हमारे लिए गर्व की बात है। यह पुरस्कार न केवल हमारी अतीत और वर्तमान उपलब्धियों को बताता है बल्कि निमहंस की स्थापना के उद्देश्य को भी साझा करता है।
नेल्सन मंडेला पुरस्कार के बारे में:
- विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा नेल्सन मंडेला पुरस्कार देने की शुरुआत वर्ष 2019 में आरंभ की गई ।
- यह पुरस्कार स्वास्थ्य संवर्धन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए व्यक्तियों, संस्थानों, सरकारी व गैर-सरकारी संगठनों को प्रदान किया जाता है।
नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस:
- प्रति वर्ष 18 जुलाई को नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसका निर्णय संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रति वर्ष 18 जुलाई 2010 को नियमित रूप से मनाने के लिए लिया गया था ।
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (निमहंस) के बारे में:
- निमहंस, मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान के अग्रणी क्षेत्र में रोगी देखभाल और शैक्षणिक खोज के लिए एक बहु-विषयक संस्थान है।
- 19वीं सदी के उत्तरार्ध में अस्तित्व में आए पागलखाने का नाम बदलकर 1925 में तत्कालीन मैसूर सरकार ने मानसिक अस्पताल कर दिया था।
- भारत सरकार द्वारा 1954 में स्थापित इस अस्पताल और अखिल भारतीय मानसिक स्वास्थ्य संस्थान को 27 दिसंबर 1974 को मिला दिया गया। इस प्रकार स्वायत्त राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान का गठन किया गया।
- 14 नवंबर 1994 को, निमहंस को शैक्षणिक स्वायत्तता के साथ विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा एक डीम्ड विश्वविद्यालय घोषित किया गया था।
- वर्ष 2012 में, संसद के एक अधिनियम द्वारा निमहंस को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में नामित किया गया था।
- संस्थान में अपनाई गई प्राथमिकता क्रम सेवा, जनशक्ति विकास और अनुसंधान है।